लॉरेंस बिश्नोई गैंग की खुली धमकी
गोलीबारी के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से फैल रहा है, जिसमें लिखा है, “जय श्री राम, सत श्री अकाल। राम राम सभी भाइयों को। आज जो कपिल शर्मा के ‘कैप्स कैफे’, सुर्रे में फायरिंग हुई है, उसकी ज़िम्मेदारी गोल्डी ढिल्लों और लॉरेंस बिश्नोई गैंग लेते हैं। हमने इसको (संभवत: टारगेट को) कॉल की थी, इसको रिंग नहीं सुनाई दी तो कार्रवाई करनी पड़ी।” इस पोस्ट में आगे लिखा गया है कि अगर टारगेट ने अब भी उनकी बात नहीं सुनी, तो अगली कार्रवाई मुंबई में की जाएगी। इस धमकी ने न केवल कपिल शर्मा की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है, बल्कि मुंबई में भी हाई-अलर्ट जारी कर दिया गया है।
इस पोस्ट में कुछ नामों का उल्लेख भी किया गया है जैसे अकीत बधु शेरेवाला, जितेंदर गोगी मान ग्रुप, काला राणा, आरज़ू बिश्नोई, शुभम लोंकर, हरी बॉक्सर और साहिल दुहन पेटवाड़, जिन्हें “RIP” श्रद्धांजलि दी गई है। यह दर्शाता है कि यह हमला सिर्फ धमकी नहीं, बल्कि एक गैंगवार का हिस्सा हो सकता है, जिसमें कई पुराने दुश्मनों को भी याद किया गया है।
पुलिस जांच में जुटी, सुरक्षा व्यवस्था मजबूत
सुर्रे पुलिस सर्विस (SPS) ने इस गोलीबारी की घटना की पुष्टि कर दी है और मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है। पुलिस के फ्रंटलाइन अधिकारियों ने 120 स्ट्रीट के 8400 ब्लॉक में घटना स्थल पर पहुंचकर छानबीन की। डेल्टा पुलिस विभाग की इकाइयों ने भी इस ऑपरेशन में मदद की। पुलिस के अनुसार, इस हमले में कैफे को कई गोलियों के निशान मिले हैं, लेकिन अंदर मौजूद किसी भी व्यक्ति को कोई चोट नहीं आई है। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और हमलावरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
पहले भी हो चुका है ऐसा हमला
यह पहली बार नहीं है जब ‘कैप्स कैफे’ पर इस तरह का हमला हुआ है। इससे ठीक एक महीने पहले, 9 जुलाई को भी इसी तरह की गोलीबारी हुई थी। उस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तानी समर्थक लड्डी गैंग ने ली थी, जो प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़ा है। उस हमले के बाद, सुर्रे की मेयर ब्रेंडा लॉक और स्थानीय पुलिसकर्मी भी कपिल शर्मा के समर्थन में कैफे पहुंचे थे। कपिल शर्मा ने भी अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा था, “हिंसा के खिलाफ हम एकजुट हैं।”
पिछली घटना के बाद कैफे की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, लेकिन यह दूसरी गोलीबारी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। पुलिस अब दोनों हमलों के बीच के संभावित संबंधों की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये दोनों गैंग मिलकर काम कर रहे हैं या यह अलग-अलग घटनाओं का नतीजा है।
खालिस्तानी समर्थक हरजीत सिंह लड्डी पर 10 लाख का इनाम
पहला हमला करने वाले खालिस्तानी समर्थक लड्डी गैंग का सरगना हरजीत सिंह लड्डी भारत में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। उस पर भारत में हिंदू नेताओं और राष्ट्रवादियों पर हिंसक हमलों की साजिश रचने का आरोप है। लड्डी और उसके सहयोगी कुलबीर सिंह उर्फ सिद्धू पर 13 अप्रैल, 2024 को पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेता प्रभाकर की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है। दोनों पर आतंकवादी नेटवर्क को फंडिंग करने और हत्याओं के लिए लोगों की भर्ती करने का भी आरोप है। भारत सरकार ने लड्डी पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है।
गैंगवार का अंतरराष्ट्रीय चेहरा
यह घटना दर्शाती है कि भारत के गैंगस्टर अब सिर्फ देश तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि उनका नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल चुका है। कनाडा में भारतीय मूल के लोगों और व्यवसायों को निशाना बनाने की यह प्रवृत्ति चिंताजनक है। लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी ढिल्लों जैसे गैंगस्टर भारत में कई हाई-प्रोफाइल अपराधों में शामिल रहे हैं, और अब कनाडा में उनकी मौजूदगी ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। इन घटनाओं से यह भी साफ होता है कि गैंगस्टर अपनी धमकियों को गंभीरता से लेते हैं और अपने वर्चस्व को स्थापित करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस तरह के हमले न केवल व्यवसायिक नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि एक डर का माहौल भी पैदा करते हैं जो प्रवासी भारतीय समुदाय की सुरक्षा के लिए खतरा है। Kapil Sharma cafe shooting
क्या मुंबई में भी है खतरा?
लॉरेंस बिश्नोई गैंग की मुंबई में कार्रवाई की धमकी ने महाराष्ट्र पुलिस को भी सतर्क कर दिया है। मुंबई पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस धमकी को गंभीरता से ले रही हैं और कपिल शर्मा की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। कपिल शर्मा एक हाई-प्रोफाइल हस्ती हैं, और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना पुलिस के लिए एक प्राथमिकता है। इस घटना ने एक बार फिर से इस बात को रेखांकित किया है कि गैंगस्टर अब सिर्फ पैसे वसूलने के लिए नहीं, बल्कि अपनी ताकत और वर्चस्व का प्रदर्शन करने के लिए भी जाने-माने लोगों को निशाना बना रहे हैं। यह एक ऐसी प्रवृत्ति है जिसे रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की जरूरत है, ताकि ऐसे अपराधी अपने सुरक्षित ठिकानों से भी अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम न दे सकें। Kapil Sharma cafe shooting
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