लॉरेंस बिश्नोई गैंग: क्यों बॉलीवुड सितारे बन रहे हैं अपराधियों के निशाने?
Lawrence Bishnoi gang | भारत में मनोरंजन जगत और अपराध की दुनिया के बीच का रिश्ता एक पुरानी और जटिल कहानी है। हाल के वर्षों में, फिल्मी हस्तियों को निशाना बनाने वाले गैंगस्टर की गतिविधियों में वृद्धि हुई है। इनमें से सबसे प्रमुख नाम है लॉरेंस बिश्नोई का, जो न केवल अपने आपराधिक गतिविधियों के लिए बल्कि बॉलीवुड सितारों के प्रति धमकियों और हमलों के लिए भी कुख्यात हो चुका है।
लॉरेंस बिश्नोई और उनका गैंग
लॉरेंस बिश्नोई का नाम हाल के दिनों में बॉलीवुड की कई हस्तियों के साथ जुड़ा है। बिश्नोई, जो एक कुख्यात गैंगस्टर है, मूल रूप से राजस्थान के बिश्नोई समुदाय से आता है, जो अपने पर्यावरणीय आदर्शों और वन्यजीव संरक्षण के लिए जाना जाता है। यह विडंबना है कि इस समुदाय से आने वाले बिश्नोई का नाम वन्यजीव और इंसानों दोनों के खिलाफ अपराधों में सामने आया है।
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लॉरेंस बिश्नोई के गैंग ने कई बार अपने इरादों को खुलकर जाहिर किया है। उसका नाम तब सबसे ज्यादा चर्चा में आया जब उसने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को धमकी दी। बिश्नोई समुदाय काले हिरण के शिकार को लेकर अत्यधिक संवेदनशील है, और 1998 के जोधपुर काले हिरण शिकार मामले में सलमान खान को दोषी ठहराए जाने के बाद से बिश्नोई गैंग ने उन्हें अपना निशाना बना रखा है।
बिश्नोई का दावा है कि वह सलमान खान को काले हिरण के शिकार के लिए कभी माफ नहीं करेगा। उसके गैंग के सदस्यों ने खुलेआम कहा है कि सलमान को मारने का प्रयास किया जाएगा। 2022 में एक घटना के दौरान, सलमान खान और उनके पिता सलीम खान को धमकी भरे पत्र मिले, जिसमें सीधे-सीधे उनकी हत्या की धमकी दी गई थी। इस धमकी से न केवल बॉलीवुड में सनसनी फैली, बल्कि पुलिस प्रशासन भी चौकन्ना हो गया।
बॉलीवुड हस्तियों पर हमले और धमकियाँ: क्या है वजह?
बॉलीवुड सितारों पर गैंगस्टर्स की नजरें हमेशा से रही हैं, लेकिन हाल के वर्षों में धमकियों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- 1. प्रसिद्धि और दौलत: फिल्मी हस्तियाँ अपनी संपत्ति और दौलत के लिए जानी जाती हैं। गैंगस्टर अक्सर उनसे फिरौती के लिए या उनके प्रभाव का फायदा उठाने के लिए निशाना बनाते हैं। यह डर का माहौल बनाता है, जिससे गैंगस्टर अपनी शक्ति और प्रभुत्व का प्रदर्शन कर सकते हैं।
- 2. पुरानी दुश्मनी: जैसे कि सलमान खान के मामले में, कुछ व्यक्तिगत या सांस्कृतिक कारणों से भी सितारों को निशाना बनाया जा सकता है। बिश्नोई ने सलमान के खिलाफ अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताओं को लेकर नाराजगी जाहिर की है, और इसी वजह से वे सलमान को धमकी दे रहे हैं।
- 3. सोशल मीडिया और प्रचार: आज के डिजिटल युग में, गैंगस्टर भी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसिद्ध होने की कोशिश कर रहे हैं। वे जानते हैं कि बॉलीवुड सितारों को निशाना बनाने से उन्हें सुर्खियों में आने का मौका मिलेगा। ऐसी धमकियाँ गैंगस्टरों के लिए प्रचार का एक साधन बन जाती हैं, जिससे उनकी प्रतिष्ठा बढ़ती है।
गैंगस्टर की धमकियों से बॉलीवुड की प्रतिक्रिया
बॉलीवुड में सुरक्षा का मुद्दा कोई नया नहीं है, लेकिन हाल के धमकियों के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। सलमान खान, जो पहले से ही सुरक्षा घेरे में रहते थे, ने हाल के धमकियों के बाद अपने सुरक्षा इंतजाम और सख्त कर दिए हैं। अन्य फिल्मी हस्तियाँ भी इस तरह की धमकियों से सतर्क हो गई हैं और कई ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने के उपाय किए हैं।
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सलमान खान के मामले में, मुंबई पुलिस और अन्य एजेंसियाँ तत्काल हरकत में आ गईं। पुलिस ने सलमान के घर की सुरक्षा को बढ़ा दिया और उनकी दिनचर्या पर नजर रखना शुरू कर दिया। इसके अलावा, विभिन्न जांच एजेंसियाँ लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह के सदस्यों पर कड़ी नजर रख रही हैं।
फिल्मी हस्तियाँ और अपराध की दुनिया का पुराना रिश्ता
अगर हम बॉलीवुड और अपराध की दुनिया के रिश्तों पर नजर डालें, तो यह कोई नई बात नहीं है। अंडरवर्ल्ड डॉन और गैंगस्टर हमेशा से ही बॉलीवुड के प्रति आकर्षित रहे हैं। 90 के दशक में दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील जैसे अंडरवर्ल्ड सरगनाओं का बॉलीवुड पर खासा प्रभाव था। कई निर्माता, निर्देशक और अभिनेता अंडरवर्ल्ड के साथ कथित तौर पर संबंधों में रहे हैं, और इससे बॉलीवुड के कुछ हिस्सों में भय का माहौल रहा है।
फिल्मी सितारों को अंडरवर्ल्ड से धमकियाँ मिलना या उनसे संपर्क किया जाना उस समय आम बात थी। फिरौती के लिए अपहरण, फिल्मों की फाइनेंसिंग और जबरन फिल्मी हस्तियों से संपर्क साधना भी आम बात थी। लेकिन जैसे-जैसे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने इन अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू किया, वैसे-वैसे इस प्रकार की घटनाओं में कमी आई। लेकिन अब, लॉरेंस बिश्नोई जैसे नए गैंगस्टर इस पुरानी धमकी संस्कृति को फिर से जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
कानूनी और सामाजिक निहितार्थ
बॉलीवुड सितारों को धमकी देने वाले गैंगस्टर न केवल कानून और व्यवस्था के लिए एक चुनौती पेश करते हैं, बल्कि समाज में भय का माहौल भी पैदा करते हैं। इसके कानूनी पहलू भी बहुत जटिल होते हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियाँ इन मामलों को गंभीरता से लेती हैं, लेकिन अक्सर गैंगस्टर जेल में बंद होते हुए भी अपनी गतिविधियाँ जारी रखते हैं। लॉरेंस बिश्नोई का उदाहरण इसी का प्रमाण है। वह जेल में रहते हुए भी अपने गैंग को संचालित करता है और धमकियाँ देता है।
बॉलीवुड सितारों पर हमले न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करते हैं, बल्कि उनके पेशेवर जीवन पर भी गहरा असर डालते हैं। शूटिंग शेड्यूल में बदलाव, पब्लिक अपीयरेंस को कम करना और अत्यधिक सुरक्षा का सहारा लेना उनके काम को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, इससे समाज में एक नकारात्मक संदेश जाता है कि देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखना कितना कठिन हो गया है।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका
इन धमकियों को रोकने और अपराधियों पर लगाम कसने में सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका अहम है। लॉरेंस बिश्नोई और उसके जैसे गैंगस्टरों को कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस और न्याय प्रणाली को तेजी से काम करना होगा। इसके अलावा, जेल में रहते हुए भी गैंगस्टरों के अपराधों को अंजाम देने पर रोक लगाने के लिए अधिक कड़े कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
इसके लिए जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना जरूरी है ताकि गैंगस्टर जेल से बाहर रहते हुए भी आपराधिक गतिविधियों को संचालित न कर सकें। इसके अलावा, तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी का उपयोग करके गैंगस्टरों के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में काम करना होगा।
बॉलीवुड और गैंगस्टरों के बीच का यह रिश्ता पुराना होते हुए भी बेहद खतरनाक है। फिल्मी हस्तियों को निशाना बनाना सिर्फ एक आपराधिक गतिविधि नहीं है, बल्कि यह समाज में भय और असुरक्षा का माहौल भी बनाता है। लॉरेंस बिश्नोई और उसके जैसे गैंगस्टर बॉलीवुड सितारों को धमकाकर अपनी पहचान और शक्ति का प्रदर्शन करते हैं, लेकिन सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को इस चुनौती का सामना करने के लिए लगातार सतर्क रहना होगा।
अपराध और मनोरंजन जगत का यह खतरनाक मेल कभी खत्म होगा या नहीं, यह कहना मुश्किल है, लेकिन यह जरूरी है कि देश की न्याय व्यवस्था और सुरक्षा प्रणाली इस दिशा में सख्त और सक्रिय भूमिका निभाए।
कौन हैं लॉरेंस विश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई का पारिवारिक बैकग्राउंड साधारण और मध्यम वर्गीय है। वह राजस्थान के फिरोज़पुर जिले के धत्तारणवाली गाँव से ताल्लुक रखता है, और बिश्नोई समुदाय से आता है। बिश्नोई समुदाय को पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनकी गहरी आस्था के लिए जाना जाता है। यह समुदाय खासतौर पर काले हिरण की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील है, जो कि उनके धार्मिक और सांस्कृतिक विश्वासों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
लॉरेंस के पिता एक किसान थे और उन्होंने कई साल तक पंजाब पुलिस में कार्य किया था। उनके परिवार का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, और यह माना जाता है कि लॉरेंस का झुकाव अपराध की ओर कॉलेज के दिनों में हुआ, जब वह छात्र राजनीति में शामिल हुआ। उसने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई की, जहां छात्र संघ में उसकी बढ़ती गतिविधियों ने उसे अपराध की दुनिया से जोड़ दिया।
लॉरेंस बिश्नोई का परिवार सामान्य ग्रामीण जीवन व्यतीत करता था, लेकिन जैसे-जैसे लॉरेंस की आपराधिक गतिविधियों की खबरें फैलने लगीं, उनके परिवार पर भी पुलिस और मीडिया की नजरें गईं।
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