लो बीपी को हल्के में लेना पड़ सकता है भारी, जानें 5 जानलेवा जोखिम और बचाव के उपाय

लो बीपी को हल्के में लेना पड़ सकता है भारी, जानें 5 जानलेवा जोखिम और बचाव के उपाय

Low BP Symptoms and Solutions | हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) को अक्सर लोग गंभीर मानते हैं, लेकिन कम ब्लड प्रेशर (हाइपोटेंशन) को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। अगर आपका ब्लड प्रेशर 90/60 mmHg से नीचे चला जाता है, तो यह न केवल असुविधा का कारण बनता है, बल्कि जानलेवा भी हो सकता है। लो बीपी के कारण शरीर के महत्वपूर्ण अंगों तक ऑक्सीजन और रक्त का प्रवाह बाधित हो सकता है, जिससे चक्कर, बेहोशी, स्ट्रोक, हार्ट फेलियर, और किडनी की समस्याएं जैसी गंभीर स्थिति पैदा हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम एक्सपर्ट की सलाह के आधार पर लो बीपी के खतरों, लक्षणों, कारणों, और बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से बताएंगे। अगर आप या आपके आसपास कोई लो बीपी से जूझ रहा है, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। Low BP Symptoms and Solutions


लो ब्लड प्रेशर क्या है और यह क्यों खतरनाक है?

नॉर्मल ब्लड प्रेशर का स्तर 120/80 mmHg माना जाता है। जब यह 90/60 mmHg से नीचे चला जाता है, तो इसे हाइपोटेंशन (Low Blood Pressure) कहा जाता है। कभी-कभार डिहाइड्रेशन, तनाव, या थकान के कारण बीपी कम हो सकता है, जो सामान्य रूप से ठीक हो जाता है। लेकिन अगर बीपी लगातार कम रहता है, तो यह मेडिकल इमरजेंसी का संकेत हो सकता है।

लो बीपी के कारण शरीर के महत्वपूर्ण अंगों—जैसे मस्तिष्क, हृदय, और किडनी—तक पर्याप्त ऑक्सीजन और रक्त नहीं पहुंच पाता। इससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं:

  1. मस्तिष्क को नुकसान: ऑक्सीजन की कमी से चक्कर, बेहोशी, या स्ट्रोक का खतरा।
  2. हृदय पर दबाव: दिल को रक्त पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट फेलियर या हृदय गति रुकने का जोखिम।
  3. किडनी की समस्याएं: अपर्याप्त रक्त प्रवाह से किडनी फेलियर या अन्य समस्याएं।
  4. शॉक: गंभीर हाइपोटेंशन से हाइपोवॉल्मिक शॉक हो सकता है, जो जानलेवा है।
  5. अंगों को नुकसान: लंबे समय तक लो बीपी रहने से शरीर के अन्य अंगों को स्थायी नुकसान हो सकता है।

लो ब्लड प्रेशर के लक्षण

लो बीपी के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • चक्कर या सिर घूमना
  • बेहोशी या कमजोरी
  • धुंधला दिखाई देना
  • थान, मतली, या उल्टी
  • सांस लेने में तकलीफ
  • ठंडा, पसीने से तर, या पीला पड़ता चेहरा
  • तेज या अनियमित दिल की धड़कन

नोट: अगर आपको ये लक्षण बार-बार महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


लो ब्लड प्रेशर के कारण

लो बीपी कई कारणों से हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • डिहाइड्रेशन: पानी की कमी या अत्यधिक पसीना।
  • पोषण की कमी: विटामिन B12, आयरन, या फोलिक एसिड की कमी।
  • दवाएं: ब्लड प्रेशर की दवाएं, मूत्रवर्धक, या एंटी-डिप्रैसेंट्स।
  • मेडिकल कंडीशंस: डायबिटीज, थायरॉइड, हार्ट प्रॉब्लम्स, या पार्किंसंस रोग।
  • खून की कमी: एनीमिया या भारी रक्तस्राव।
  • गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं में बीपी कम होना आम है।
  • ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन: अचानक खड़े होने पर बीपी गिरना।
  • न्यूरोलॉजिकल समस्याएं: नर्वस सिस्टम से संबंधित विकार।

लो ब्लड प्रेशर: खतरों और बचाव के उपाय 2025

1. मस्तिष्क को नुकसान (स्ट्रोक का खतरा)

  • खतरा: लो बीपी के कारण मस्तिष्क तक ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं पहुंचता, जिससे चक्कर, बेहोशी, या स्ट्रोक हो सकता है।

  • बचाव:

    • अचानक खड़े होने से बचें। धीरे-धीरे उठें।

    • पर्याप्त पानी पिएं (रोजाना 2-3 लीटर)।

    • अगर चक्कर आए, तो तुरंत बैठ जाएं या लेट जाएं और पैरों को ऊपर उठाएं।

2. हृदय संबंधी समस्याएं (हार्ट फेलियर)

  • खतरा: लो बीपी से दिल को रक्त पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट फेलियर या हृदय गति रुक सकती है।

  • बचाव:

    • नमक की मात्रा थोड़ी बढ़ाएं (डॉक्टर की सलाह से)।

    • नियमित हल्का व्यायाम करें, जैसे वॉकिंग या योग।

    • हृदय रोगों की नियमित जांच करवाएं।

3. किडनी फेलियर

  • खतरा: अपर्याप्त रक्त प्रवाह से किडनी को नुकसान हो सकता है, जिससे यूरिन उत्पादन कम हो या किडनी फेल हो सकती है।

  • बचाव:

    • हाइड्रेटेड रहें और डिहाइड्रेशन से बचें।

    • उच्च प्रोटीन या प्रोसेस्ड फूड कम खाएं।

    • किडनी फंक्शन टेस्ट नियमित रूप से करवाएं।

4. हाइपोवॉल्मिक शॉक

  • खतरा: गंभीर लो बीपी से शॉक की स्थिति हो सकती है, जिसमें शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं।

  • बचाव:

    • अगर बेहोशी या गंभीर कमजोरी महसूस हो, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।

    • इमरजेंसी में नमक-पानी का घोल (ORS) पिएं।

    • ब्लड प्रेशर मॉनिटर घर पर रखें और नियमित चेक करें।

5. अंगों को स्थायी नुकसान

  • खतरा: लंबे समय तक लो बीपी रहने से मस्तिष्क, हृदय, और अन्य अंगों को स्थायी नुकसान हो सकता है।

  • बचाव:

    • नियमित मेडिकल चेकअप करवाएं।

    • डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाएं समय पर लें।

    • तनाव प्रबंधन के लिए मेडिटेशन या योग करें।

लो बीपी के लिए तुरंत करें ये काम

  • नींबू पानी या ORS: डिहाइड्रेशन के कारण लो बीपी होने पर नींबू पानी (थोड़ा नमक और चीनी मिलाकर) पिएं।

  • लेट जाएं: चक्कर आने पर लेट जाएं और पैरों को 30 डिग्री ऊपर उठाएं।

  • कम्प्रेशन स्टॉकिंग्स: ये रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

  • छोटे-छोटे भोजन: दिन में 5-6 छोटे भोजन करें, ताकि बीपी स्थिर रहे।

  • डॉक्टर से संपर्क: अगर लक्षण बार-बार हों, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

लो बीपी को मैनेज करने के टिप्स

  • हाइड्रेशन: रोजाना 2-3 लीटर पानी पिएं।

  • नमक का सेवन: डॉक्टर की सलाह से नमक की मात्रा बढ़ाएं।

  • पोषक आहार: आयरन, विटामिन B12, और फोलिक एसिड युक्त खाद्य पदार्थ (पालक, अनार, चुकंदर) खाएं।

  • व्यायाम: हल्की सैर या योग करें, लेकिन अत्यधिक थकान से बचें।

  • दवाओं की जांच: अगर आप कोई दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर से पूछें कि कहीं वह बीपी कम तो नहीं कर रही।

लो ब्लड प्रेशर को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। अगर आपका बीपी लगातार 90/60 mmHg से कम रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इन उपायों को अपनाकर और नियमित जांच करवाकर आप अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं। Low BP Symptoms and Solutions

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सलाह पर आधारित है और किसी चिकित्सीयउपचार का विकल्प नहीं है। लो बीपी की समस्या के लिए हमेशा अपनेडॉक्टर से परामर्श करें। हम इसजानकारी की सटीकता और प्रभाव की जिम्मेदारी नहीं लेते। Low BP Symptoms and Solutions


यह भी पढ़ें….
फ्रिज से गैस लीक हो रही है? तुरंत करें ये 5 जरूरी काम, वरना हो सकता है बड़ा हादसा

Leave a Comment

बाइक और स्कूटर चलाने वालों के लिए बड़ी खबर! Anti-Lock Braking System लो हो गया पंचायत सीजन 4 रिलीज, यहां देखें एमपी टूरिज्म का नया रिकॉर्ड, रिकॉर्ड 13 करोड़ पर्यटक पहुंचे Astronauts को सैलरी कितनी मिलती है MP CM Holi | होली के रंग में रंगे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव pm modi in marisas : प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस दौरे पर