मनोज मुंतशिर का राहुल गांधी पर तीखा प्रहार: हिंदू किसी से डरता नहीं
Manoj Muntashir in ujjain | उज्जैन के कालिदास संस्कृत अकादमी में आयोजित पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान प्रसिद्ध गीतकार और लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला ने देश की राजनीति और हिंदुत्व के मुद्दों पर तीखी टिप्पणी की। गीता संवाद कार्यक्रम में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके ब्रिटेन दौरे के पीछे छुपे एजेंडे पर सवाल उठाए जाने चाहिए। मुंतशिर ने दावा किया कि “शहजादे” (राहुल गांधी) ब्रिटेन में जॉर्ज सोरोस जैसे व्यक्तियों के साथ मिलकर भारत को तोड़ने की साजिश रचते हैं। Manoj Muntashir in ujjain
मनोज मुंतशिर ने कहा, “हमारे देश में शकुनि जैसे चरित्रों की कमी नहीं है। वर्तमान समय को यदि महाभारत काल कहा जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस काल में भी दिल्ली में एक शहजादा है, जो कभी आलू से सोना बनाने की मशीन की बात करता है, कभी संसद में सोते हुए दिखता है, और कभी आंख मारने जैसी हरकतें करता है। वह भारत जोड़ने का दावा करता है, लेकिन असली साजिश भारत को तोड़ने की है, जिसकी शुरुआत हिंदुत्व को कमजोर करने से होती है।” Manoj Muntashir in ujjain
हिंदुत्व को तोड़ने का फॉर्मूला
गीता महोत्सव में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुंतशिर ने कहा, “भारत जोड़ो यात्रा फर्जी है। असली यात्रा वह है, जो ब्रिटेन जाकर जॉर्ज सोरोस के साथ होती है। यह वही व्यक्ति है जो खुलेआम भारत के खिलाफ अपने विचार रखता है। उसके साथ मिलकर भारत को तोड़ने का फॉर्मूला ढूंढा जा रहा है।” Manoj Muntashir in ujjain
उन्होंने कहा कि यह फॉर्मूला हिंदुत्व को कमजोर करने पर आधारित है। “हिंदुत्व भारत की आत्मा है। इसे कमजोर करने की कोशिशें लंबे समय से हो रही हैं। लेकिन अब हिंदू किसी से डरता नहीं है। हमने राम लला का मंदिर मांगा और वह अब बन रहा है।” Manoj Muntashir in ujjain
हिंदुत्व और राजनीति का मेल
मनोज मुंतशिर ने हिंदुत्व और हिंसा को जोड़ने वाले बयानों पर नाराजगी जताई। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा, “संसद में मैंने सुना कि हिंदू हिंसक हो गए हैं। यह बयान सुनकर मेरे अंदर गहरी वेदना हुई। हिंदू और हिंसा जैसे शब्दों को एक साथ इस्तेमाल करते हुए क्या उन्हें शर्म नहीं आई? हिंदू कभी हिंसा नहीं करता, लेकिन अब वह किसी से डरता भी नहीं है।” Manoj Muntashir in ujjain
उन्होंने आगे कहा, “हिंदुत्व का डर फैलाने वाले लोग ‘हिंदूफोबिया’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि हिंदू का स्वभाव डराने का नहीं है। हां, अब हिंदू अपने अस्तित्व के लिए जागरूक हो चुका है। यही जागरूकता उन्हें ताकत देती है।” Manoj Muntashir in ujjain
राजनीति और धर्म का संतुलन
मुंतशिर ने स्पष्ट किया कि उनकी यह बातें किसी राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित नहीं हैं। उन्होंने कहा, “मेरे शब्दों को राजनीति या कूटनीति का हिस्सा न मानें। यह मेरी वेदना है। मैं देश के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में यह बात कह रहा हूं। हिंदुत्व को कमजोर करने का मतलब है भारत को कमजोर करना।” Manoj Muntashir in ujjain
गीता महोत्सव का संदर्भ
यह कार्यक्रम धार्मिक और सांस्कृतिक विचारों के आदान-प्रदान के लिए आयोजित किया गया था। इस मंच से मुंतशिर ने न केवल धार्मिक विचार साझा किए, बल्कि मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने गीता के संदेशों को वर्तमान परिस्थितियों से जोड़ते हुए कहा, “गीता हमें कर्म करने और धर्म का पालन करने की प्रेरणा देती है। आज का समय धर्म और कर्म दोनों के लिए जागरूक होने का है।” Manoj Muntashir in ujjain
हिंदुत्व और भारत का भविष्य
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने कहा कि भारत की ताकत उसका हिंदुत्व है। “जब तक हम अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक जड़ों से जुड़े रहेंगे, तब तक कोई भी ताकत भारत को तोड़ नहीं सकती। यह देश हर चुनौती का सामना कर सकता है, लेकिन इसके लिए हमें एकजुट रहना होगा।” Manoj Muntashir in ujjain
मनोज मुंतशिर के इस बयान ने कार्यक्रम में मौजूद हर व्यक्ति को गहराई से सोचने पर मजबूर कर दिया। उनकी बातों से यह स्पष्ट हुआ कि धर्म और राजनीति का संयोजन आज भी समाज के केंद्र में है। Manoj Muntashir in ujjain
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