मौनी अमावस्या महास्नान: श्रद्धा का सैलाब, संगम से सड़क तक उमड़ा जन सैलाब
Mauni Amavasya Snan | मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) का महास्नान बुधवार को होना है, लेकिन इससे दो दिन पहले ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सोमवार को संगम (Sangam) से लेकर सड़क तक आस्था का रेला देखने को मिला। भीड़ बढ़ने के कारण पांटून पुल (Pontoon Bridge) पर पैदल आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया, जिससे श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते झूंसी जोन (Jhunsi Zone) में ऐरावत घाट पर ज्यादा लोग पहुंचे। शास्त्री पुल (Shastri Bridge) पूरी तरह से श्रद्धालुओं से भरा रहा, जहां पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। यही स्थिति अंदावा चौराहे (Andawa Intersection) तक बनी रही। शहर में लोक सेवा आयोग चौराहे (Lok Seva Ayog Intersection) से संगम तक स्नानार्थियों का लगातार आना-जाना लगा रहा।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने कई डायवर्जन (Diversions) लागू किए। बालसन चौराहे (Balsan Intersection) से जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया, और स्नानार्थियों को जार्जटाउन (Georgetown), अल्लापुर (Allapur), और बख्शी बांध (Bakshi Bandh) की तरफ से संगम की ओर भेजा गया।
मेला क्षेत्र श्रद्धालुओं से भरा
मेला क्षेत्र श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ था। त्रिवेणी मार्ग (Triveni Marg) और काली मार्ग (Kali Marg) पर लोग एक-दूसरे के पीछे चलते नजर आए। झूंसी जोन और रिवर फ्रंट रोड (Riverfront Road) पर भी पैदल चलना बेहद मुश्किल हो गया, जबकि सामान्य दिनों में यहां वाहन चलते हैं। झूंसी की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को शास्त्री ब्रिज (Shastri Bridge) से पहले ही रोक दिया गया, जिससे संगम पहुंचने के लिए उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी।
श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ेगी, प्रशासन ने की तैयारी
रविवार और सोमवार को स्नान के लिए करीब 2.75 करोड़ (2.75 Crore) लोगों की भीड़ उमड़ी। प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को 1.74 करोड़ (1.74 Crore) और सोमवार को शाम चार बजे तक 91.15 लाख (91.15 Lakh) लोगों ने स्नान किया।
महाकुंभ में सरकार को कुल 40-45 करोड़ (40-45 Crore) श्रद्धालुओं के स्नान की उम्मीद है। रविवार तक कुल 13.21 करोड़ (13.21 Crore) लोग स्नान कर चुके थे, और सोमवार को यह संख्या 15 करोड़ (15 Crore) के पार जाने की उम्मीद है।
सोमवार को मेला क्षेत्र में बनाए गए सभी 30 पांटून पुल (Pontoon Bridges) बंद कर दिए गए। इस निर्णय से श्रद्धालुओं में आक्रोश देखा गया। पुलिस ने घोषणा की कि श्रद्धालु जिस रास्ते से आए हैं, उसी रास्ते से लौट जाएं। पुलों पर आवागमन प्रतिबंधित होने के कारण नागा साधुओं (Naga Sadhus) और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी बहस हुई। झूंसी की ओर से आए दो नागा साधु पांटून पुल पार करने की जिद पर अड़ गए। पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स (Paramilitary Force) के जवानों ने उन्हें रोक दिया।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए हैं। हालांकि, पांटून पुल बंद होने और डायवर्जन से कई जगहों पर श्रद्धालुओं की नाराजगी और अव्यवस्था देखी गई।
मौनी अमावस्या के चार दिन पहले से ही श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है। मंगलवार को भी 1 करोड़ (1 Crore) से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान की उम्मीद है। इस तरह मौनी अमावस्या के दिन तक स्नानार्थियों की कुल संख्या 15 करोड़ (15 Crore) के पार जाने की संभावना है। Mauni Amavasya Snan
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।