मानसून का कहर: दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और जम्मू में भारी बारिश से जनजीवन ठप, बाढ़ और भूस्खलन ने बढ़ाई मुश्किलें
Monsoon_Flood_News | देशभर में मानसून अपने चरम पर है और इसके कारण दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, और जम्मू सहित कई राज्यों में भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने, भूस्खलन, और बादल फटने की घटनाओं ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। कई क्षेत्रों में बाढ़ के कारण लोग पलायन करने को मजबूर हैं, तो कहीं सड़कें, पुल, और रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त होने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। सेना और आपदा प्रबंधन टीमें राहत और बचाव कार्यों में दिन-रात जुटी हैं, लेकिन मौसम विभाग ने सितंबर के पहले सप्ताह में और भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे स्थिति और जटिल हो सकती है। Monsoon_Flood_News
दिल्ली: यमुना के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ का खतरा
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से रिकॉर्ड मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर मंगलवार शाम तक खतरे के निशान को पार कर सकता है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आश्वासन दिया है कि प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए पहले से ही व्यापक तैयारियां कर ली हैं। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए गए हैं, और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हेल्पलाइन नंबर 1077 जारी किया है। इसके बावजूद, कश्मीरी गेट, ओल्ड यमुना ब्रिज, और अन्य निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे यातायात और दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
पंजाब: 3 लाख एकड़ कृषि भूमि जलमग्न, किसानों पर संकट
पंजाब में भारी बारिश और बाढ़ ने कृषि क्षेत्र पर गहरा असर डाला है। राज्य के 14 जिलों में 3 लाख एकड़ से अधिक कृषि भूमि पानी में डूब गई है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। रूपनगर, पटियाला, और मोहाली जैसे क्षेत्रों में जलभराव के कारण किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। पंजाब सरकार ने राहत कार्यों के लिए 33.50 करोड़ रुपये जारी किए हैं, और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है। सेना, एनडीआरएफ, और पंजाब पुलिस ने मिलकर 19,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है, और 183 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
राजस्थान: हनुमानगढ़ में बाढ़ जैसे हालात, बीकानेर में हादसा
राजस्थान के हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिलों में घग्गर नदी के उफान पर होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, और रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हनुमानगढ़ के मक्कासर में आपदा प्रबंधन दलों ने फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला, लेकिन कई गांव अभी भी जलमग्न हैं। बीकानेर में एक कच्चा घर गिरने से एक महिला की मौत हो गई, जिसने स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है। मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान में 3-5 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके कारण कोटा, बूंदी, और जयपुर जैसे क्षेत्रों में भी स्थिति गंभीर हो सकती है।
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जम्मू: भूस्खलन और बाढ़ से रेल सेवाएं ठप
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। कठुआ और उधमपुर जिलों में तवी, उझ, और चिनाब नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिसके कारण कई रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए हैं। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर भूस्खलन और कठुआ-माधोपुर के बीच रेलवे ट्रैक को हुए नुकसान के कारण माता वैष्णो देवी कटड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, श्री शक्ति एक्सप्रेस, और जम्मू राजधानी सहित कई ट्रेनें पूरे सितंबर माह के लिए रद्द कर दी गई हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रैक की मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण इसमें देरी हो रही है।
उत्तराखंड: पुल बहने से यातायात बाधित
उत्तराखंड के चमोली जिले में ज्योतिर्मठ-मलारी राजमार्ग पर रविवार तड़के भारी बारिश के कारण एक पुल बह गया, जिससे क्षेत्र में यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। इसके अलावा, हेलंग के पास एक जल विद्युत परियोजना स्थल पर भूस्खलन ने 12 मजदूरों को घायल कर दिया। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 3-4 सितंबर तक भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है, जिसके कारण प्रशासन हाई अलर्ट पर है।
मुंबई और अन्य क्षेत्रों में स्थिति
मुंबई में लगातार चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने सड़कों को जलमग्न कर दिया है, जिससे ट्रेन और मोनोरेल सेवाएं बाधित हो गई हैं। कम से कम दो लोगों की मौत की खबर है, और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं। मध्य प्रदेश, बिहार, और झारखंड जैसे राज्यों में भी नदियां उफान पर हैं, और राहत कार्यों में सेना की टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
राहत और बचाव कार्य
सेना की पश्चिमी कमान जम्मू, पंजाब, और हिमाचल प्रदेश में राहत और बचाव कार्यों में तेजी से जुटी है। 16 अगस्त से शुरू हुए अभियान में अब तक 5,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और 21 टन से अधिक राहत सामग्री वितरित की गई है। इस अभियान में 20 विमानों, जिनमें एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर, एमआई-17, और चिनूक शामिल हैं, का उपयोग किया जा रहा है। पंजाब और राजस्थान में एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने राहत शिविरों की संख्या बढ़ाई है, और प्रभावित लोगों को भोजन, दवाइयां, और आश्रय प्रदान किया जा रहा है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सितंबर के पहले सप्ताह में उत्तर भारत में मानसून के सक्रिय रहने की चेतावनी दी है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, और जम्मू-कश्मीर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा (250 मिमी से अधिक) की आशंका है, जिसके कारण बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। Monsoon_Flood_News
मानसून की इस आपदा ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि कृषि, परिवहन, और बुनियादी ढांचे पर भी गहराअसर डाला है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश की तीव्रता और अनियमितता बढ़ रही है, जिसके लिए दीर्घकालिक समाधानों की आवश्यकता है। प्रशासन और सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वे बाढ़ प्रबंधन और जल निकासी की बेहतर व्यवस्था करें, ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचा जा सके। Monsoon_Flood_News
उपभोक्ताओं और यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें, नदियों और निचलेइलाकों से दूर रहें, और यात्रा सेपहले रेलवे और सड़क यातायात की स्थिति की जानकारी ले लें। Monsoon_Flood_News
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।