मध्य प्रदेश: 12वीं के छात्र ने स्कूल में प्रिंसिपल को गोली मारी, पुलिस जांच में जुटी
MP news | मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के ओरछा रोड थाना क्षेत्र में स्थित धमोरा गांव के एक स्कूल से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा के एक छात्र ने स्कूल के प्रिंसिपल, सुरेंद्र कुमार सक्सेना, को गोली मार दी। यह घटना स्कूल के बाथरूम में हुई, जहां प्रिंसिपल के सिर में गोली लगने के बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद आरोपी छात्र वहां से फरार हो गया। पुलिस और प्रशासन इस गंभीर वारदात की जांच में जुटे हैं।
घटना का विवरण
यह वारदात शुक्रवार को स्कूल में पढ़ाई के दौरान हुई। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाला आरोपी छात्र सलभ यादव, जो ढिलापुर गांव का निवासी है, स्कूल परिसर में ही प्रिंसिपल के पीछे-पीछे बाथरूम तक गया। वहीं, उसने नजदीक से गोली चलाई, जो सीधे प्रिंसिपल के सिर में लगी। गोली मारने के बाद आरोपी ने प्रिंसिपल की स्कूटी ली और मौके से भाग गया।
घटना के पीछे की वजह अज्ञात
इस हत्या के पीछे क्या कारण था, यह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश कर रही है। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी. प्रजापति ने बताया कि उन्हें घटना की सूचना मिली है और उन्होंने स्कूल के शिक्षकों से जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। प्रजापति ने कहा, “फिलहाल विवाद के कारणों की कोई ठोस जानकारी नहीं है। आरोपी छात्र ने टॉयलेट में प्रिंसिपल को सिर में गोली मारी और फरार हो गया।”
आरोपी का प्रोफाइल
सलभ यादव 12वीं कक्षा का साइंस का छात्र है। फिलहाल पुलिस उसके घर और आस-पास के इलाकों में उसकी तलाश कर रही है।
स्थानीय लोगों और शिक्षकों में दहशत
इस घटना से स्कूल के छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय निवासियों में खौफ का माहौल है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल सुरेंद्र कुमार सक्सेना की गिनती एक अनुशासनप्रिय और छात्रों को प्रेरित करने वाले शिक्षकों में होती थी। उनके साथ इस तरह की घटना से हर कोई स्तब्ध है। स्कूल के एक शिक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “सुरेंद्र सक्सेना एक सख्त लेकिन छात्रों के भले के लिए समर्पित शिक्षक थे। कभी-कभी वह गलत आदतों वाले छात्रों को डांट देते थे, लेकिन यह सब छात्रों के हित में ही होता था।”
पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद स्कूल का निरीक्षण किया और कुछ सुराग जुटाए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया, “हम घटना के पीछे की वजह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। आरोपी के परिवार और दोस्तों से पूछताछ की जाएगी।” पुलिस यह भी जांच कर रही है कि छात्र के पास हथियार कैसे आया। यह स्पष्ट नहीं है कि हत्या पूर्व नियोजित थी या किसी अचानक विवाद के बाद घटना हुई।
परिवारों में चिंता का माहौल
इस घटना के बाद इलाके के कई अभिभावक चिंतित हैं। उनका कहना है कि स्कूल, जहां बच्चों का भविष्य बनता है, वहां ऐसी हिंसक घटना बेहद दुखद और चिंताजनक है।
शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया
शिक्षा विभाग ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा, “यह घटना पूरे शिक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ा झटका है। हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।”
प्रिंसिपल की पृष्ठभूमि
प्रिंसिपल सुरेंद्र कुमार सक्सेना लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे थे। उन्होंने कई छात्रों को प्रेरित किया और बेहतर परिणाम देने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। उनकी हत्या से उनके परिवार और स्कूल समुदाय को गहरा आघात पहुंचा है।
फिर से उठे सुरक्षा के सवाल
स्कूलों में सुरक्षा को लेकर यह घटना एक बार फिर सवाल खड़े करती है। कैसे एक छात्र स्कूल परिसर में हथियार लेकर आ सकता है? क्या स्कूलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिए?
पुलिस पर बढ़ा दबाव
फरार आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। स्थानीय प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि दोषी को जल्द से जल्द पकड़कर कानून के हवाले किया जाएगा।
छतरपुर की यह घटना केवल एक हत्या नहीं, बल्कि समाज और शिक्षा व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है। स्कूल, जहां छात्रों को अनुशासन और शिक्षा दी जाती है, वहां इस तरह की घटना होना सभी के लिए चिंता का विषय है। समाज, प्रशासन और शिक्षा विभाग को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे कृत्य दोबारा न हों।
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