शरीर के किसी अंग का सुन्न होना या झिनझिनी आना क्यों होता है? जानिए इसके कारण और समाधान
Nervous System Disorders and Numbness | हमारे शरीर के किसी अंग का सुन्न होना (Numbness in Body Parts) या उसमें झिनझिनी आना (Tingling Sensation) एक आम समस्या है, लेकिन कई बार यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। यह स्थिति कुछ सेकंड से लेकर घंटों या दिनों तक बनी रह सकती है। आइए जानें कि यह समस्या क्यों होती है और इससे बचाव के लिए क्या किया जा सकता है।
शरीर में झनझनाहट और सुन्नपन के प्रमुख कारण
शरीर के किसी हिस्से का सुन्न होना या झनझनाहट महसूस होना मुख्य रूप से तंत्रिका तंत्र (Nervous System) और रक्त संचार (Blood Circulation) से जुड़ी समस्याओं के कारण होता है। इसके अलावा कई अन्य कारण भी इस समस्या को जन्म दे सकते हैं।
तंत्रिकाओं पर दबाव (Nerve Compression) अगर आप लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे या लेटे रहते हैं, तो आपके शरीर की नसों (Nerves) पर दबाव पड़ सकता है, जिससे प्रभावित अंग सुन्न हो सकता है। उदाहरण के लिए: एक ही पोजीशन में सोने से हाथ या पैर सुन्न हो जाना। कुर्सी पर ज्यादा देर तक बैठे रहने से टांगों में झनझनाहट महसूस होना।
ब्लड सर्कुलेशन की समस्या (Poor Blood Circulation) अगर किसी विशेष अंग तक सही मात्रा में रक्त प्रवाह (Blood Flow) नहीं पहुंचता है, तो वह हिस्सा सुन्न पड़ सकता है। यह समस्या निम्नलिखित कारणों से हो सकती है: अधिक समय तक टांगों को क्रॉस करके बैठना। हृदय से संबंधित बीमारियां। रक्त वाहिकाओं का संकुचित होना।
विटामिन और मिनरल्स की कमी (Vitamin & Mineral Deficiency) कुछ खास विटामिन्स और मिनरल्स की कमी से तंत्रिकाओं (Nerves) की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है। विशेष रूप से: विटामिन B12 (Vitamin B12) की कमी से तंत्रिका क्षति हो सकती है। मैग्नीशियम (Magnesium) और पोटैशियम (Potassium) की कमी से झनझनाहट बढ़ सकती है।
डायबिटीज (Diabetes) डायबिटीज के कारण डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic Neuropathy) विकसित हो सकती है, जिससे हाथों और पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट महसूस हो सकती है। यह उच्च रक्त शर्करा स्तर के कारण नसों को होने वाले नुकसान से जुड़ा होता है।
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस और रीढ़ की समस्याएं (Cervical Spondylitis & Spine Issues) अगर आपकी रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) पर दबाव पड़ रहा है, तो हाथों या पैरों में सुन्नपन महसूस हो सकता है।सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस (Cervical Spondylosis) में गर्दन से जुड़े नसों पर दबाव पड़ता है, जिससे हाथों में झनझनाहट हो सकती है। स्लिप डिस्क (Slip Disc) या किसी अन्य रीढ़ की हड्डी संबंधी समस्या (Spinal Issues) के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
कार्पल टनल सिंड्रोम (Carpal Tunnel Syndrome) यह समस्या उन लोगों में ज्यादा पाई जाती है जो कंप्यूटर पर अधिक समय तक काम करते हैं। यह स्थिति तब होती है जब कलाई की मीडियन नर्व (Median Nerve) पर दबाव पड़ता है, जिससे हाथों और उंगलियों में झनझनाहट और सुन्नपन महसूस होता है।
माइग्रेन और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं (Migraine & Neurological Disorders) कुछ न्यूरोलॉजिकल बीमारियां, जैसे मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) और स्ट्रोक (Stroke), शरीर के कुछ हिस्सों में झनझनाहट और सुन्नपन का कारण बन सकती हैं।
दवाइयों के साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Medications) कुछ एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) और कीमोथेरेपी (Chemotherapy) दवाइयों के कारण भी तंत्रिकाओं पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे सुन्नपन हो सकता है।
शरीर के किसी अंग के सुन्न होने से बचाव और घरेलू उपचार
हल्की एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग (Light Exercise & Stretching) नियमित रूप से व्यायाम करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है। योग और स्ट्रेचिंग से नसों का दबाव कम होता है।
मसाज और सिकाई (Massage & Hot/Cold Therapy) हल्के हाथों से प्रभावित हिस्से की मालिश (Massage) करने से रक्त संचार सही होता है। गर्म या ठंडी सिकाई (Hot/Cold Compress) करने से सूजन और दर्द कम हो सकता है।
विटामिन और मिनरल्स का संतुलित सेवन (Balanced Diet of Vitamins & Minerals) विटामिन B12, मैग्नीशियम और पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। हरी सब्जियां, नट्स, मछली और डेयरी उत्पाद अपनी डाइट में शामिल करें।
ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना (Control Blood Sugar & Blood Pressure) अगर आपको डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर है, तो नियमित जांच करवाएं। अपने खानपान और जीवनशैली में सुधार करें।
लंबे समय तक एक ही पोजीशन में न बैठें (Avoid Sitting in One Position for Long Hours) समय-समय पर अपनी स्थिति बदलें। कंप्यूटर पर काम करते समय हाथों और कलाई की सही मुद्रा रखें। कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको निम्नलिखित लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
✔ सुन्नपन लंबे समय तक बना रहे।
✔ शरीर के एक तरफ ही झनझनाहट हो।
✔ बोलने में दिक्कत हो।
✔ अचानक कमजोरी महसूस हो।
✔ संतुलन बनाने में समस्या हो।
✔ सिरदर्द और चक्कर आएं।
शरीर के किसी हिस्से का सुन्न होना या झनझनी आना सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर यह बार-बार हो रहा है या लंबे समय तक बना रहता है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। सही खानपान, व्यायाम और समय-समय पर डॉक्टर से जांच करवाकर इस समस्या से बचा जा सकता है। Nervous System Disorders and Numbness
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।