पेट्रोल-डीजल की कीमतों में उछाल: वैश्विक कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और अमेरिकी टैरिफ की धमकी का असर
Petrol Diesel Price Hike | वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हालिया उछाल और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत सहित कई देशों पर लगाए गए 25% टैरिफ की धमकी ने पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों पर सीधा असर डाला है। रूस से कच्चा तेल खरीदने पर जुर्माने की चेतावनी ने भी तेल की कीमतों को और बढ़ाने में योगदान दिया है। सरकारी तेल कंपनियों—इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL)—ने मंगलवार सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की नई कीमतों में बदलाव की घोषणा की, जिसमें देश के कई शहरों में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है। हालांकि, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, और कोलकाता जैसे प्रमुख महानगरों में कीमतें स्थिर रहीं। इस लेख में हम आपको दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, नोएडा, गाजियाबाद, और पटना सहित विभिन्न शहरों में पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतों और वैश्विक तेल बाजार के प्रभावों की पूरी जानकारी दे रहे हैं। Petrol Diesel Price Hike
पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतें (5 अगस्त 2025)
सरकारी तेल कंपनियों ने आज सुबह पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी कीं। नीचे प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें दी गई हैं:
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दिल्ली: पेट्रोल – ₹94.72 प्रति लीटर, डीजल – ₹87.62 प्रति लीटर (कोई बदलाव नहीं)
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मुंबई: पेट्रोल – ₹103.44 प्रति लीटर, डीजल – ₹89.97 प्रति लीटर (कोई बदलाव नहीं)
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चेन्नई: पेट्रोल – ₹100.76 प्रति लीटर, डीजल – ₹92.35 प्रति लीटर (कोई बदलाव नहीं)
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कोलकाता: पेट्रोल – ₹104.95 प्रति लीटर, डीजल – ₹91.76 प्रति लीटर (कोई बदलाव नहीं)
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नोएडा: पेट्रोल – ₹94.71 प्रति लीटर (6 पैसे की कमी), डीजल – ₹87.81 प्रति लीटर (8 पैसे की कमी)
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गाजियाबाद: पेट्रोल – ₹94.70 प्रति लीटर (12 पैसे की बढ़ोतरी), डीजल – ₹87.81 प्रति लीटर (14 पैसे की बढ़ोतरी)
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पटना: पेट्रोल – ₹105.53 प्रति लीटर (7 पैसे की कमी), डीजल – ₹91.77 प्रति लीटर (6 पैसे की कमी)
इन कीमतों में बदलाव का कारण वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और स्थानीय करों, परिवहन लागत, और डीलर कमीशन जैसे कारक हैं।
वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और टैरिफ का प्रभाव
पिछले 24 घंटों में वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। ब्रेंट क्रूड का भाव $68.76 प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई (WTI) का भाव $66.31 प्रति बैरल तक पहुंच गया है। यह वृद्धि अमेरिकी टैरिफ की धमकी और रूस से कच्चा तेल आयात पर संभावित जुर्माने के कारण हुई है। भारत, जो अपनी तेल आवश्यकताओं का लगभग 80% आयात करता है, वैश्विक तेल की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव से सीधे प्रभावित होता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत और अन्य देशों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा ने तेल की आपूर्ति श्रृंखला और कीमतों पर दबाव बढ़ाया है। इसके अलावा, रूस से कच्चा तेल खरीदने पर जुर्माने की चेतावनी ने वैश्विक तेल बाजार में अनिश्चितता पैदा कर दी है। इन कारकों के कारण तेल की कीमतों में उछाल आया है, जिसका असर भारत में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों पर भी दिखाई दे रहा है।
हालांकि, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, और कोलकाता जैसे महानगरों में कीमतें स्थिर रहीं, क्योंकि सरकारी तेल कंपनियों ने इन शहरों में बढ़ोतरी का प्रभाव कम करने के लिए कुछ उपाय किए हैं। फिर भी, नोएडा, गाजियाबाद, और पटना जैसे शहरों में मामूली बदलाव देखे गए हैं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जिनमें शामिल हैं:
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वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें: भारत अपनी तेल आवश्यकताओं का अधिकांश हिस्सा आयात करता है। ब्रेंट क्रूड और डब्ल्यूटीआई की कीमतों में वृद्धि का सीधा असर घरेलू कीमतों पर पड़ता है।
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केंद्रीय उत्पाद शुल्क और वैट: केंद्र सरकार का उत्पाद शुल्क और राज्य सरकारों का वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होने के कारण कीमतों में भिन्नता देखी जाती है।
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डीलर कमीशन और परिवहन लागत: डीलर कमीशन और रिफाइनरियों से पेट्रोल पंपों तक परिवहन लागत भी कीमतों को प्रभावित करती है।
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रुपये और अमेरिकी डॉलर की विनिमय दर: रुपये की कमजोरी से आयातित तेल की लागत बढ़ती है, जिसका असर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ता है।
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वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव: टैरिफ, प्रतिबंध, और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान जैसे कारक तेल की कीमतों को अस्थिर करते हैं।
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें डायनामिक फ्यूल प्राइसिंग सिस्टम के तहत प्रतिदिन सुबह 6 बजे संशोधित की जाती हैं। यह प्रणाली जून 2017 से लागू है, जिसका उद्देश्य वैश्विक तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव को तुरंत घरेलू बाजार में लागू करना है।
प्रमुख शहरों में कीमतों का विश्लेषण
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दिल्ली: दिल्ली में पेट्रोल की कीमत ₹94.72 प्रति लीटर और डीजल की कीमत ₹87.62 प्रति लीटर स्थिर रही। दिल्ली में अन्य महानगरों की तुलना में पेट्रोल की कीमत सबसे कम है, क्योंकि यहां वैट और परिवहन लागत कम है।
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मुंबई: मुंबई में पेट्रोल ₹103.44 प्रति लीटर और डीजल ₹89.97 प्रति लीटर पर स्थिर रहा। मुंबई में उच्च वैट और परिवहन लागत के कारण कीमतें दिल्ली से अधिक हैं।
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चेन्नई: चेन्नई में पेट्रोल की कीमत ₹100.76 प्रति लीटर और डीजल की कीमत ₹92.35 प्रति लीटर रही। चेन्नई में मामूली वृद्धि देखी गई थी, लेकिन आज कीमतें स्थिर हैं।
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कोलकाता: कोलकाता में पेट्रोल ₹104.95 प्रति लीटर और डीजल ₹91.76 प्रति लीटर पर स्थिर रहा। कोलकाता में भी उच्च वैट के कारण कीमतें अन्य महानगरों से अधिक हैं।
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नोएडा: नोएडा में पेट्रोल 6 पैसे सस्ता होकर ₹94.71 प्रति लीटर और डीजल 8 पैसे सस्ता होकर ₹87.81 प्रति लीटर हो गया।
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गाजियाबाद: गाजियाबाद में पेट्रोल 12 पैसे महंगा होकर ₹94.70 प्रति लीटर और डीजल 14 पैसे महंगा होकर ₹87.81 प्रति लीटर हो गया।
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पटना: पटना में पेट्रोल 7 पैसे सस्ता होकर ₹105.53 प्रति लीटर और डीजल 6 पैसे सस्ता होकर ₹91.77 प्रति लीटर हो गया। बिहार में उच्च वैट के कारण कीमतें अन्य शहरों से अधिक हैं।
वैश्विक तेल बाजार की स्थिति
वैश्विक तेल बाजार में हालिया उथल-पुथल ने भारत में ईंधन की कीमतों पर दबाव बढ़ाया है। ब्रेंट क्रूड $68.76 प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई $66.31 प्रति बैरल पर पहुंच गया है, जो पिछले कुछ दिनों में 2-3% की वृद्धि दर्शाता है। इसके पीछे प्रमुख कारण हैं:
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अमेरिकी टैरिफ की धमकी: डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत और अन्य देशों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा ने वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता पैदा की है। इससे तेल की आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है।
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रूस SNIPER रूस पर प्रतिबंध: रूस से कच्चा तेल खरीदने पर जुर्माने की चेतावनी ने तेल की कीमतों को और बढ़ाया है, क्योंकि रूस एक प्रमुख तेल आपूर्तिकर्ता देश है।
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लाल सागर संकट: लाल सागर में हाल के हमलों ने तेल की आपूर्ति को बाधित किया है, जिससे यूरोप और अन्य क्षेत्रों में तेल की कीमतें बढ़ी हैं।
इन कारकों के कारण भारत में तेल आयात की लागत बढ़ी है, जिसका असर खुदरा कीमतों पर पड़ रहा है। हालांकि, सरकारी तेल कंपनियों ने कीमतों को स्थिर रखने के लिए कुछ हद तक बढ़ोतरी को अवशोषित किया है।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि का सीधा असर अर्थव्यवस्था और आम जनता पर पड़ता है। डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से परिवहन लागत बढ़ती है, जिसका प्रभाव माल और सेवाओं की कीमतों पर पड़ता है। इससे मुद्रास्फीति (इन्फ्लेशन) बढ़ने की आशंका रहती है। इसके अलावा, उच्च ईंधन कीमतें घरेलू बजट पर भी दबाव डालती हैं, क्योंकि दिल्ली जैसे शहरों में निजी वाहनों का उपयोग व्यापक है।
केंद्र सरकार और तेल कंपनियां समय-समय पर कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाती हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में कहा था कि यदि वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें कम रहती हैं, तो भविष्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम की जा सकती हैं। हालांकि, वर्तमान परिदृश्य में कीमतों में कमी की संभावना कम दिख रही है।
कीमतें जांचने का तरीका
यात्री और उपभोक्ता अपने शहर के पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतें निम्नलिखित तरीकों से जांच सकते हैं:
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एसएमएस के माध्यम से: इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) की सेवा के तहत “RSP <स्पेस> डीलर कोड” लिखकर 92249 92249 पर एसएमएस करें। उदाहरण के लिए, दिल्ली के लिए “RSP 102090”।
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मोबाइल ऐप्स: IOC का Fuel@IOC, BPCL का Smart Drive, और HPCL का My HPCL ऐप डाउनलोड करें।
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वेबसाइट्स: www.iocl.com, www.petroldieselprice.com, और www.goodreturns.in जैसी वेबसाइट्स पर ताजा कीमतें उपलब्ध हैं।
वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और अमेरिकीटैरिफ की धमकी ने भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर दबावबढ़ाया है। हालांकि, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, और कोलकाता जैसे महानगरों में कीमतें स्थिर रहीं, लेकिन नोएडा, गाजियाबाद, और पटना जैसे शहरों में मामूली बदलाव देखे गए। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से कीमतें जांचें और ईंधन की बचत के लिए सतर्क रहें। सरकार और तेल कंपनियां इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिएप्रयासरत हैं, लेकिन वैश्विक बाजार की अस्थिरता के कारण निकटभविष्य में कीमतों में और बदलाव हो सकते हैं। Petrol Diesel Price Hike
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।