60-65 साल के नए मतदाता, वोट चोरी के पुख्ता सबूत हमारे पास: राहुल गांधी
RahuI Gandhi slams Election Commission | कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि उनके पास चुनावों में “वोट चोरी” के 100% पुख्ता सबूत हैं और चुनाव आयोग अपना काम ठीक से नहीं कर रहा है। राहुल गांधी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चुनाव आयोग को यह गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए कि वह अपनी जिम्मेदारियों से बच सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी पार्टी इस मामले को लेकर पीछे नहीं हटेगी और आयोग को इसके परिणाम भुगतने होंगे। RahuI Gandhi slams Election Commission
राहुल गांधी के प्रमुख आरोप
- वोट चोरी का दावा: राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी के पास मतदाता सूची में हेरफेर और वोट चोरी के पुख्ता सबूत हैं। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक के एक लोकसभा क्षेत्र में किए गए अध्ययन से यह साफ हो गया है कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है।
- 60-65 साल के नए मतदाता: राहुल ने कहा कि एक ही निर्वाचन क्षेत्र में हजारों-हजारों नए मतदाता जोड़े गए हैं, जिनकी उम्र 45, 50, 60, और 65 साल है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी संख्या में नए मतदाता कैसे अचानक जोड़े जा रहे हैं, जबकि 18 साल से अधिक उम्र के नए मतदाताओं की संख्या सामान्य रूप से बढ़नी चाहिए।
- चुनाव आयोग की जवाबदेही: राहुल ने कहा कि चुनाव आयोग भारत के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करने में नाकाम रहा है। उन्होंने आयोग के हालिया बयान को “पूरी तरह से बकवास” करार देते हुए कहा कि उनकी पार्टी के पास गड़बड़ियों के ठोस सबूत हैं, जो वे जल्द ही जनता और आयोग के सामने पेश करेंगे।
- कर्नाटक में गड़बड़ी का उदाहरण: राहुल ने विशेष रूप से कर्नाटक का जिक्र करते हुए कहा कि वहां मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेरफेर किया गया है। उन्होंने दावा किया कि ऐसी गड़बड़ियां देश के हर निर्वाचन क्षेत्र में हो रही हैं।
- चुनाव आयोग को चेतावनी: राहुल ने कहा, “मैं चुनाव आयोग को स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं कि अगर आपको लगता है कि आप या आपके अधिकारी इससे बच निकलेंगे, तो आप गलतफहमी में हैं। हम आपके पीछे पड़ जाएंगे और आपको जवाब देना होगा।”
बिहार में मतदाता सूची की गड़बड़ी
राहुल गांधी की टिप्पणियां उस समय आईं, जब बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत घर-घर जांच में पाया गया कि 52 लाख से अधिक मतदाता अपने पते पर मौजूद नहीं थे। इस खुलासे ने मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं और विपक्ष के आरोपों को बल दिया है।
राहुल गांधी का रुख
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को लेकर चुप नहीं रहेगी। उन्होंने कहा, “हमारे पास 90% नहीं, 100% सबूत हैं। जब हम इसे दिखाने का फैसला करेंगे, तो यह पूरी तरह साफ हो जाएगा कि वोटों की चोरी कैसे हो रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी जनता और चुनाव आयोग के सामने सारी सच्चाई लाएगी और लोकतंत्र को बर्बाद करने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
चुनाव आयोग का जवाब
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों के जवाब में गुरुवार सुबह एक बयान जारी किया था, जिसे राहुल ने “नॉनसेंस” करार दिया। आयोग ने अपने बयान में दावा किया था कि मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष है। हालांकि, राहुल ने इस बयान को खारिज करते हुए कहा कि आयोग अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकता।
विपक्ष की रणनीति
राहुल गांधी ने यह भी संकेत दिया कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को संसद में और जनता के बीच जोर-शोर से उठाएगी। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में हेरफेर और वोट चोरी के मुद्दे पर उनकी पार्टी एक विस्तृत जांच की मांग करेगी। साथ ही, वे इस मामले को लेकर जन जागरूकता अभियान भी चलाएंगे ताकि लोग अपने मताधिकार की रक्षा के लिए सजग रहें।
ऐतिहासिक संदर्भ
राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने पहले भी कई बार मतदाता सूची में गड़बड़ी और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। इस बार उनके आरोपों का केंद्र मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर बदलाव और नए मतदाताओं का असामान्य रूप से जोड़ा जाना है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि ये आरोप सही साबित होते हैं, तो यह भारतीय लोकतंत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय हो सकता है। RahuI Gandhi slams Election Commission
राहुलगांधी के इन आरोपों ने भारतीय राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। उनकी चेतावनी और सबूतपेश करने का दावा चुनावआयोग पर दबाव बढ़ा सकता है। यह मामला आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है, खासकर तब जब कांग्रेस पार्टी अपनेदावों के समर्थन में ठोस सबूत पेश करेगी। राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकीपार्टी इस मुद्दे को लेकर पीछे नहीं हटेगी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी। RahuI Gandhi slams Election Commission
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।