राहुल गांधी का BJP पर हमला: इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आरक्षण व्यवस्था से खिलवाड़ की साजिश का करारा जवाब
कांग्रेस (Congress) के रायबरेली से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 69,000 सहायक शिक्षकों (Assistant Teachers) की भर्ती पर इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) के फैसले को भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party, BJP) की आरक्षण व्यवस्था (Reservation System) से खिलवाड़ करने वाली साजिशों का करारा जवाब बताया है।
राहुल गांधी ने कहा कि यह फैसला उन हजारों युवाओं की जीत है, जो पिछले पांच वर्षों से सर्दी, गर्मी, बरसात में सड़कों पर निरंतर संघर्ष कर रहे थे। इन संघर्षरत युवाओं में अमित मौर्या जैसे युवा भी शामिल हैं। राहुल गांधी ने इसे सामाजिक न्याय (Social Justice) की लड़ाई लड़ने वाले हर योद्धा के लिए एक बड़ी जीत करार दिया।
भाजपा की आरक्षण छीनने की ज़िद (Obstinacy) ने सैकड़ों निर्दोष अभ्यर्थियों (Innocent Candidates) के भविष्य को अंधकार (Darkness) में धकेल दिया है। पांच साल की ठोकरों के बाद जिन अभ्यर्थियों को नई सूची के जरिए नौकरी मिलेगी और जिनका नाम अब चयनित सूची से कट सकता है, उनके लिए भाजपा को ही गुनहगार ठहराया जा रहा है।
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राहुल गांधी ने भाजपा सरकार को युवाओं की दुश्मन (Enemy) करार देते हुए कहा कि यह सरकार उन युवाओं को जो पढ़ाई (Education) करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें लड़ाई (Struggle) करने पर मजबूर कर रही है। उन्होंने सोशल मीडिया (Social Media) पर अपने बयान में कहा कि भाजपा की नीतियां देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।