Ramkatha in bhopal: आकृति व विकृति से गुजरी आत्मा को प्रभु सेवा के लायक बनाती है कथा

भोपाल/राधेश्याम चौरसिया। मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष (Assembly Speaker) श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आत्मा को (Soul) कथा के माध्यम से शुद्ध (Purified) कर, उसे प्रभु सेवा (Service to the Lord) के लायक बनाया जा सकता है। वह मानस भवन स्थित तुलसी मानस प्रतिष्ठान के सभागार में पद्मभूषण मानस विद्वान पं. राम किंकर उपाध्याय जन्म शताब्दी समारोह के तहत आयोजित रामकथा (ramkatha) (Spiritual Discourse) में शामिल हुए थे। 

इस अवसर पर श्री तोमर ने कहा कि, सांसारिक जीवन (Worldly Life) में प्रभु के स्थान को अधिक प्रभावी बनाने के लिये कथा श्रवण (Listening to Religious Stories) आवश्यक है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जिस प्रकार भोजन के बाद बर्तन को साफ करना पड़ता है, तभी वह दूसरे के उपयोग के लिये तैयार होता है, उसी प्रकार जब हम सांसारिक जीवन में आकृति व विकृतियों से गुजरते हैं, तो आत्मा पर जमी धूल को साफ करने में कथा मददगार होती है। कथा आत्मा को माज कर उसे पुनः प्रभु की सेवा में अर्पित करने योग्य बनाती है।इस कार्यक्रम में तीर्थ मेला प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष श्री माखन सिंह, कार्यक्रम संयोजक श्री राजेंद्र शर्मा, समिति के अध्यक्ष श्री रघुनंदन शर्मा, और पूर्व मंत्री श्री सुरेश पचौरी सहित बड़ी संख्या में कथा रसिक (Devotees) उपस्थित थे।श्री तोमर ने कहा कि उन्हें दीदी मंदाकिनी श्रीरामकिंकर के मुखारबिंदु से प्रभु राम के चरित्र का वर्णन सुनने का सौभाग्य (Fortune) प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि दीदी मंदाकिनी श्रीरामकिंकर की वाणी देशभर में सुनी जाती है। बता दें कि दीदी मंदाकिनी 13 अगस्त से यहां रामकथा कर रही हैं।

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