मैनचेस्टर टेस्ट में पैर में फ्रैक्चर की आशंका, क्या पूरी सीरीज से बाहर होंगे ऋषभ पंत?
Rishabh Pant Injury Update | मैनचेस्टर में खेले जा रहे भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन भारतीय टीम को उस समय करारा झटका लगा, जब स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत एक गंभीर चोट के कारण मैदान छोड़कर बाहर जाने को मजबूर हुए। यह घटना तब हुई, जब पंत 37 रन बनाकर शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे, और भारत का स्कोर 65वें ओवर में 3 विकेट पर 201 रन था। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की एक फुल-लेंथ गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में गेंद उनके दाहिने पैर के अंगूठे के पास लगी, जिसके बाद वह दर्द से कराह उठे। इस चोट ने न केवल पंत की पारी को अचानक समाप्त कर दिया, बल्कि भारतीय टीम की रणनीति और मनोबल पर भी गहरा प्रभाव डाला। आइए, इस चोट के बारे में ताजा मेडिकल अपडेट, इसके कारण, और संभावित परिणामों को विस्तार से जानते हैं। Rishabh Pant Injury Update
क्या हुआ मैनचेस्टर टेस्ट में?
23 जुलाई 2025 को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जा रहे चौथे टेस्ट के पहले दिन भारत ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी शुरू की। यशस्वी जायसवाल (58) और साई सुदर्शन (61) की शानदार अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारत ने दिन के अंत तक 4 विकेट पर 264 रन बनाए। लेकिन दिन का सबसे दुखद क्षण तब आया, जब पंत, जो 48 गेंदों में 37 रन बनाकर आक्रामक अंदाज में खेल रहे थे, क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में चोटिल हो गए। गेंद ने उनके दाहिने पैर के अंगूठे के ठीक ऊपर वाले हिस्से को जोरदार टक्कर मारी, जिसके बाद वह तुरंत दर्द से कराहते हुए मैदान पर गिर गए।
फिजियोथेरेपिस्ट योेगश परमार ने तुरंत मैदान पर पहुंचकर उनकी प्राथमिक जांच की। पंत के जूते उतारने पर उनके पैर में गंभीर सूजन और खून के निशान दिखाई दिए। दर्द के कारण वह अपने पैर पर बिल्कुल भी वजन नहीं डाल पा रहे थे। इसके बाद उन्हें एक गोल्फ-कार्ट स्टाइल की मिनी-एम्बुलेंस में मैदान से बाहर ले जाया गया और स्थानीय मेडिकल सेंटर में स्कैन के लिए भेजा गया। बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “ऋषभ पंत को पहले दिन बल्लेबाजी के दौरान दाहिने पैर में चोट लगी। उन्हें स्कैन के लिए स्टेडियम से बाहर ले जाया गया है। बीसीसीआई मेडिकल टीम उनकी स्थिति पर नजर रख रही है।” Rishabh Pant Injury Update
चोट की गंभीरता: फ्रैक्चर या सिर्फ चोट?
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग, जो पंत के साथ दिल्ली कैपिटल्स में आईपीएल के दौरान काम कर चुके हैं, ने इस चोट को लेकर गंभीर चिंता जताई। पॉन्टिंग ने स्काई स्पोर्ट्स पर कहा, “पैर में इतनी जल्दी सूजन आना चिंता का विषय है। मैंने खुद मेटाटार्सल हड्डी में चोट का सामना किया है, और ये छोटी और नाजुक हड्डियां होती हैं। जिस तरह पंत अपने पैर पर वजन नहीं डाल पा रहे थे, यह अच्छा संकेत नहीं है। अगर यह फ्रैक्चर है, तो वह इस टेस्ट से बाहर हो सकते हैं।”
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भी इस चोट को गंभीर बताया और कहा, “पंत का दर्द सहन करने की क्षमता बहुत अधिक है। उनके चेहरे पर इतना दर्द देखकर लगता है कि यह चोट काफी गंभीर है।” इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर माइकल एथरटन ने तो यह भी कहा कि पंत का इस पूरी सीरीज में वापस लौटना मुश्किल लग रहा है। दूसरी ओर, इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी नासिर हुसैन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने उम्मीद जताई कि यह सिर्फ एक गहरी चोट (bruise) हो और पंत जल्दी मैदान पर लौट सकें।
चोट की गंभीरता को लेकर अभी तक कोई अंतिम मेडिकल रिपोर्ट सामने नहीं आई है, लेकिन सूजन और खून के निशान यह संकेत देते हैं कि यह मेटाटार्सल हड्डी में फ्रैक्चर हो सकता है। मेटाटार्सल फ्रैक्चर की स्थिति में पंत को कम से कम 4-6 सप्ताह तक आराम की सलाह दी जा सकती है, जिसका मतलब है कि वह न केवल मैनचेस्टर टेस्ट, बल्कि पूरी एंडरसन-टेंडुलकर ट्रॉफी से बाहर हो सकते हैं।
पंत का सीरीज में प्रदर्शन और महत्व
ऋषभ पंत इस सीरीज में भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। उन्होंने 4 टेस्ट मैचों में अब तक 462 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक शामिल हैं, और उनका औसत 77 का रहा है। इसके अलावा, पंत ने मैनचेस्टर टेस्ट से पहले एक अनोखा विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। वह विदेशी धरती पर बतौर विकेटकीपर-बल्लेबाज सबसे ज्यादा (1000 से अधिक) टेस्ट रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपने ही 879 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ा।
पंत की आक्रामक बल्लेबाजी और खेल को मोड़ देने की क्षमता भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण रही है, खासकर तब जब भारत 1-2 से सीरीज में पीछे चल रहा है। उनकी अनुपस्थिति में भारत की बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग दोनों पर भारी असर पड़ सकता है। साई सुदर्शन, जो पंत के साथ क्रीज पर थे, ने भी उनकी चोट को लेकर चिंता जताई और कहा, “पंत जिस तरह बल्लेबाजी कर रहे थे, उनकी अनुपस्थिति हमें प्रभावित कर सकती है।”
पहले भी लग चुकी है चोट
यह पहली बार नहीं है जब पंत को इस सीरीज में चोट का सामना करना पड़ा है। लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट के दौरान, इंग्लैंड की पहली पारी में विकेटकीपिंग करते समय जसप्रीत बुमराह की गेंद पर उनकी बाएं हाथ की तर्जनी उंगली में चोट लग गई थी। इस चोट के कारण वह इंग्लैंड की दूसरी पारी में विकेटकीपिंग नहीं कर पाए थे, और ध्रुव जुरेल ने उनकी जगह विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली थी। हालांकि, पंत ने 8 दिन के ब्रेक में रिकवरी कर ली थी और मैनचेस्टर टेस्ट में बतौर विकेटकीपर-बल्लेबाज वापसी की थी।
पंत की चोट का इतिहास भी चिंता का विषय रहा है। 2022 में उनकी एक कार दुर्घटना में गंभीर चोटें आई थीं, जिसमें उनकी टखने और सिर में फ्रैक्चर हुआ था। इसके बावजूद, उन्होंने क्रिकेट में शानदार वापसी की और इस सीरीज में भारत के लिए लगातार रन बनाए। लेकिन अब यह नई चोट उनकी फिटनेस और करियर पर एक और सवालिया निशान लगा सकती है।
ध्रुव जुरेल फिर संभालेंगे जिम्मेदारी
पंत की अनुपस्थिति में ध्रुव जुरेल एक बार फिर विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे। जुरेल ने लॉर्ड्स टेस्ट में भी पंत की जगह विकेटकीपिंग की थी और प्रभावशाली प्रदर्शन किया था। हालांकि, पंत की आक्रामक बल्लेबाजी और खेल को बदलने की क्षमता की भरपाई करना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगा। भारतीय टीम प्रबंधन को अब यह भी तय करना होगा कि क्या पंत की जगह किसी अन्य बल्लेबाज को मौका दिया जाए या जुरेल को ही बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा जाए।
इंग्लैंड के खिलाड़ियों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
इंग्लैंड के स्पिनर लियाम डॉसन, जो इस टेस्ट में 8 साल बाद वापसी कर रहे थे, ने पंत की चोट पर दुख जताया और कहा, “वह एक शानदार खिलाड़ी हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह इस टेस्ट में आगे हिस्सा ले पाएंगे। उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इस चोट को लेकर नियमों में बदलाव की वकालत की और कहा कि ऐसी स्पष्ट चोटों के लिए सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी की अनुमति होनी चाहिए, ताकि खेल में प्रतिस्पर्धात्मक संतुलन बना रहे। दूसरी ओर, पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने इस सुझाव का विरोध किया और कहा कि इससे नियमों का दुरुपयोग हो सकता है।
भारतीय टीम पर प्रभाव
पंत की चोट भारत के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर तब जब वे सीरीज में 1-2 से पीछे हैं। मैनचेस्टर टेस्ट में भारत को जीत की सख्त जरूरत है, ताकि सीरीज को बराबर किया जा सके। पंत की अनुपस्थिति में भारत की बल्लेबाजी गहराई प्रभावित हो सकती है, क्योंकि उनके बाद केवल वाशिंगटन सुंदर ही एकमात्र मान्यता प्राप्त बल्लेबाज बचे हैं। इसके अलावा, दूसरी नई गेंद के साथ इंग्लैंड के गेंदबाजों का सामना करना भारत के लिए और भी मुश्किल हो सकता है। रवि शास्त्री ने कहा, “अगर पंत बल्लेबाजी के लिए वापस नहीं लौटते, तो यह खेल का रुख बदल सकता है।”
पंत की चोट की गंभीरता पर अंतिम अपडेट स्कैन की रिपोर्ट के बाद ही मिलेगा। यदि यह मेटाटार्सल फ्रैक्चर साबित होता है, तो पंत का इस सीरीज में आगे खेलना लगभग असंभव होगा। बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है, और प्रशंसकों को उम्मीद है कि यह चोट ज्यादा गंभीर नहीं होगी। पंत की अनुपस्थिति में भारत को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है, और साई सुदर्शन, रविंद्र जडेजा, और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी आएगी Rishabh Pant Injury Update
ऋषभ पंत की चोट ने मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन भारतीयटीम की शानदारशुरुआत पर पानी फेर दिया। उनकी अनुपस्थिति न केवल बल्लेबाजी, बल्कि विकेटकीपिंग और टीम के मनोबल पर भी असर डाल सकती है। प्रशंसक और टीम प्रबंधन अब स्कैन की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जो यह तय करेगी कि पंत इ टेस्ट या सीरीज में वापसी कर पाएंगे या नहीं। पंत के जल्दस्वस्थ होने की कामना के साथ, भारतीय टीम को अब बाकी खिलाड़ियों के दम पर इस चुनौतीपूर्ण स्थिति से उबरना होगा। Rishabh Pant Injury Update
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।