शनि अमावस्या: शनि प्रकोप से मुक्ति के लिए सरल उपाय
Shanishchari Amavasya 2025 Upay | 29 मार्च 2025 को शनि अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन शनिदेव की आराधना करने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है और शनि दोष तथा पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। शनि के प्रभाव में रहने वाले व्यक्तियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है, इसलिए शनि अमावस्या के दिन किए जाने वाले उपाय संकटों से राहत दिलाते हैं। आइए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले विशेष उपायों के बारे में। Shanishchari Amavasya 2025
1. सभी कार्यों में सफलता के लिए
शनि अमावस्या के दिन शाम को पीपल के वृक्ष के चारों ओर कच्चा सूत सात बार लपेटें। सूत लपेटते समय ‘ॐ शनि शनिस्चराये नमः’ का जप करते रहें। इसके बाद पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि चालीसा का पाठ करें। अंत में हाथ जोड़कर अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगें। ऐसा करने से शनि के अशुभ प्रभाव में कमी आएगी और आपके सभी काम बनने लगेंगे।
2. शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए
साबुत काले उड़द दाल को काले कपड़े में बांधकर शुक्रवार को सिरहाने रखकर सोएं। ध्यान रखें कि इस दिन किसी को अपने पास न सुलाएं। शनिवार को इस पोटली को शनि मंदिर में रख दें। काला सुरमा लेकर अपने ऊपर से 9 बार उतरवाकर इसे सुनसान जमीन में गाड़ दें। इससे शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव में कमी आएगी। Shanishchari Amavasya 2025
3. इच्छित फल की प्राप्ति के लिए
इस दिन व्रत रखें और शनि मंदिर जाकर पूजा करें। शनि से संबंधित वस्तुएं जैसे काली उड़द, काले तिल, गुड़ आदि का दान करें। इसके बाद अपने हाथ की नाप के अनुसार 19 हाथ काले धागे की माला बनाकर पहनें। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और इच्छित फल की प्राप्ति होती है।
4. पितरों को प्रसन्न करने के लिए
इस दिन व्रत का संकल्प लेकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें और पितरों के नाम का पिंडदान करें। शनिदेव को सरसों का तेल और काले तिल अर्पित करें। गरीबों को भोजन कराएं और गाय, कौवा, कुत्ता को भी भोजन दें। इससे पितर प्रसन्न होंगे और शनि संबंधित दोष से राहत मिलेगी।
5. हर कार्य में सफलता के लिए
शनि अमावस्या के दिन काले रंग के कपड़े पहनें। एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपना मुंह देखकर उसे शनि मंदिर में अर्पित करें। शनिदेव पर नीले फूल और काले तिल अर्पित करें। इससे शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और हर कार्य में सफलता मिलती है।
6. कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए
केसर युक्त खीर बनाकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को भोग लगाएं। प्रसाद के रूप में खीर सभी को बांट दें और पितरों के नाम पर ब्राह्मण को भोजन कराएं। बहते जल में नारियल बहाने से कालसर्प दोष दूर होता है। इन उपायों के माध्यम से शनि अमावस्या के दिन शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहेगी। Shanishchari Amavasya 2025 Upay
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।