क्या आप भी खर्राटों से परेशान हैं! – जानें कारण और निजात पाने के तरीके
snoring-treatment | परिचय खर्राटे लेना एक आम समस्या है, जो अक्सर सोते समय गले और नाक में हवा के प्रवाह में रुकावट के कारण होती है। हालांकि यह समस्या देखने में साधारण लग सकती है, लेकिन यह व्यक्ति के स्वास्थ्य और जीवनशैली को गहराई से प्रभावित कर सकती है। यह न केवल आपकी नींद को खराब करता है, बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों के लिए भी परेशानी का कारण बन सकता है। इस लेख में, हम खर्राटों के कारण, इसके प्रभाव और इससे छुटकारा पाने के विभिन्न उपायों पर चर्चा करेंगे।
खर्राटे क्या हैं?
खर्राटे गले की मांसपेशियों के शिथिल होने के कारण उत्पन्न होने वाली ध्वनि हैं। जब आप सोते हैं, तो गले के ऊतक और जीभ शिथिल हो जाते हैं, जिससे वायुमार्ग संकीर्ण हो जाता है। यह वायुमार्ग से गुजरती हुई हवा को अवरुद्ध करता है और कंपन उत्पन्न करता है, जिससे खर्राटों की आवाज होती है।
खर्राटों के मुख्य कारण
- अत्यधिक वजन
- मोटापा वायुमार्ग पर दबाव डालता है, जिससे संकीर्णता बढ़ जाती है।
- नाक की रुकावट
- सर्दी, एलर्जी या नाक की हड्डी टेढ़ी होने पर वायुमार्ग अवरुद्ध हो सकता है।
- अल्कोहल का सेवन
- सोने से पहले अल्कोहल का सेवन गले की मांसपेशियों को अधिक शिथिल कर देता है।
- सोने की मुद्रा
- पीठ के बल सोने पर जीभ और सॉफ्ट पैलेट गले के पिछले हिस्से पर गिरते हैं, जिससे वायुमार्ग अवरुद्ध होता है।
- आनुवंशिकता
- यदि आपके परिवार में किसी को खर्राटे लेने की आदत है, तो यह समस्या आपको भी हो सकती है।
- एजिंग (उम्र बढ़ना)
- उम्र के साथ मांसपेशियां कमजोर होती हैं, जिससे खर्राटे की समस्या बढ़ सकती है।
खर्राटों के स्वास्थ्य पर प्रभाव
खर्राटे सिर्फ एक असुविधा नहीं हैं; यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकते हैं:
- स्लीप एपनिया
- यह स्थिति तब होती है जब सोते समय सांस रुक-रुक कर आती है।
- हृदय रोग का खतरा
- खर्राटे दिल पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं।
- थकान और ध्यान की कमी
- खर्राटे वाली नींद की गुणवत्ता खराब होती है, जिससे दिनभर थकान और काम में ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है।
- संबंधों पर असर
- खर्राटों की आवाज से पार्टनर की नींद बाधित हो सकती है, जिससे तनाव बढ़ता है।
खर्राटों से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय
- सोने की मुद्रा बदलें
- पीठ के बजाय बाईं या दाईं करवट सोने की कोशिश करें।
- वजन कम करें
- नियमित व्यायाम और संतुलित आहार से वजन घटाने पर ध्यान दें।
- नाक की सफाई करें
- सोने से पहले नाक को साफ रखें। स्टीम लेने या नमकीन पानी से गार्गल करने से भी राहत मिल सकती है।
- ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें
- हवा में नमी बनाए रखने से वायुमार्ग खुला रहता है।
- अल्कोहल और धूम्रपान से बचें
- सोने से पहले अल्कोहल और तंबाकू का सेवन न करें।
- सही तकिया चुनें
- सिर को थोड़ा ऊंचा रखने वाले तकिए का उपयोग करें।
खर्राटों का चिकित्सीय उपचार
- यदि घरेलू उपाय प्रभावी नहीं होते हैं, तो चिकित्सा सहायता लेना जरूरी है।
- CPAP (Continuous Positive Airway Pressure)
- यह एक मशीन है जो सोते समय वायुमार्ग को खुला रखने में मदद करती है।
- सर्जरी
- गले या नाक की संरचनात्मक समस्याओं के लिए सर्जरी का विकल्प चुना जा सकता है।
- ओरल एप्लायंसेज
- ये विशेष उपकरण हैं जो वायुमार्ग को खुला रखने में मदद करते हैं।
- नाक की स्ट्रिप्स
- ये नासिका मार्ग को चौड़ा करती हैं और वायुप्रवाह में सुधार करती हैं।
खर्राटे रोकने के लिए योग और व्यायाम
- प्राणायाम
- वायुमार्ग को मजबूत करने और सांस की क्षमता बढ़ाने के लिए अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
- सिंहासन योग
- गले की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
- ओम का उच्चारण
- यह जीभ और गले की मांसपेशियों को नियंत्रित करता है।
- चेहरे के व्यायाम Snoring Treatment
दिन में 10-15 मिनट गले और चेहरे की मांसपेशियों के लिए व्यायाम करें।
आधुनिक जीवनशैली और खर्राटे
आज की व्यस्त जीवनशैली में खराब खानपान, नींद की कमी और तनाव ने खर्राटों की समस्या को और बढ़ा दिया है। पर्याप्त नींद लेने और स्वास्थ्यप्रद जीवनशैली अपनाने से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।खर्राटे भले ही साधारण समस्या लगें, लेकिन इसके पीछे गंभीर कारण हो सकते हैं। समय पर ध्यान देकर और उपयुक्त उपाय अपनाकर इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। यदि घरेलू उपायों और जीवनशैली में बदलाव से सुधार न हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।खर्राटों को नज़रअंदाज़ न करें, क्योंकि अच्छी नींद ही अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। Snoring Treatment