गिरते बाज़ार में छुपा है मौका: गौरांग शाह की सलाह से जानें कैसे बनाएं मजबूत पोर्टफोलियो

गिरते बाज़ार में छुपा है मौका: गौरांग शाह की सलाह से जानें कैसे बनाएं मजबूत पोर्टफोलियो

शेयर बाजार (Stock Market) में इन दिनों लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। निफ्टी (Nifty) सहित कई प्रमुख इंडेक्स ने 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। कई मजबूत सपोर्ट लेवल (Strong Support Levels) टूट चुके हैं, जिससे निवेशकों के बीच डर का माहौल है। ऐसे में मार्केट एक्सपर्ट्स, खासतौर पर गौरांग शाह (Gaurang Shah) का मानना है कि इस गिरावट को अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने इस समय को पोर्टफोलियो निर्माण के लिए उपयुक्त बताते हुए कुछ बेहद महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।

निवेश करते समय सावधानी जरूरी

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज (Geojit Financial Services) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट गौरांग शाह ने निवेशकों को चेताते हुए कहा है कि अति आत्मविश्वास (Overconfidence) से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, “जब आप अति आत्मविश्वास में होते हैं, तो आपको लगता है कि आपकी समझ बाजार से ज्यादा है। यह सोच बेहद नुकसानदेह हो सकती है। बाजार को चुनौती देने के बजाय उसकी मौजूदा स्थिति का विश्लेषण करना अधिक जरूरी है।”

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गौरांग शाह ने यह भी कहा कि चाहे बाजार मंदी (Bear Market) का हो, तेजी (Bull Market) का हो, या फिर स्थिरता की ओर बढ़ रहा हो, बाजार के प्रति वास्तविकता का दृष्टिकोण बनाए रखना जरूरी है।

बाजार में और गिरावट संभव, लेकिन डरने की जरूरत नहीं

गौरांग शाह ने कहा कि निफ्टी ने अब तक 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की है, जबकि कई स्टॉक्स ने इससे भी अधिक गिरावट झेली है। उन्होंने स्वीकार किया कि बाजार में और बिकवाली (Selling Pressure) संभव है, खासतौर पर साल के अंत तक।

एफआईआई (Foreign Institutional Investors) के साल के अंत में पैसे निकालने की प्रवृत्ति का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर तक या साल खत्म होने तक बाजार में दबाव बना रह सकता है।

इसके अलावा, झारखंड (Jharkhand) और महाराष्ट्र (Maharashtra) के विधानसभा चुनावों के परिणामों से भी बाजार में हलचल देखने को मिल सकती है।

डीआईआई का संतुलन बना रहा है बाजार

गौरांग शाह ने बताया कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बावजूद डीआईआई (Domestic Institutional Investors) की ओर से की जा रही खरीदारी बाजार को संभाले हुए है। डीआईआई ने अब तक विदेशी निवेशकों द्वारा बेची गई इक्विटी के लगभग बराबर की खरीदारी की है, जिससे गिरावट सीमित हुई है।

गिरावट को अवसर मानें

गौरांग शाह का मानना है कि बाजार की मौजूदा गिरावट को एक अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “यदि आप बाजार में 10, 15 या 20 फीसदी का रिस्क (Risk) लेने की क्षमता रखते हैं, तो इस समय आपको अच्छे और क्वालिटी स्टॉक्स (Quality Stocks) खरीदने की रणनीति पर काम करना चाहिए।”

लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करें

शाह के अनुसार, लॉन्ग टर्म में निवेश करने वालों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा, “यदि आप क्वालिटी स्टॉक्स में निवेश करते हैं और धैर्य रखते हैं, तो इस समय की गई खरीदारी भविष्य में शानदार रिटर्न (Returns) देगी।”

आर्थिक मोर्चे पर सुधार की उम्मीद

हालांकि तिमाही नतीजे (Quarterly Results) कुछ हद तक निराशाजनक रहे हैं, लेकिन शाह ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी और चौथी तिमाही से चीजें बेहतर होने की उम्मीद की जा सकती है। अगले वित्तीय वर्ष में कंपनियों के प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार संभव है।

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निवेशकों को सलाह

गौरांग शाह ने कहा, “यदि आप बाजार में निवेश करने के इच्छुक हैं, तो आत्ममंथन करें कि क्या आप रिस्क लेने के लिए तैयार हैं। यदि हां, तो बाजार की गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देखें। लेकिन याद रखें कि बाजार में निवेश हमेशा जोखिम (Risk) से जुड़ा होता है।”

गौरांग शाह का कहना है कि गिरता हुआ बाजार डरने का नहीं, बल्कि समझदारी से कदम उठाने का समय है। डीआईआई (DII) की खरीदारी, क्वालिटी स्टॉक्स और लॉन्ग टर्म निवेश की रणनीति अपनाकर निवेशक इस चुनौतीपूर्ण समय को अवसर में बदल सकते हैं।


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