Swine Flu | कानपुर में स्वाइन फ्लू की दस्तक: एक मौत, कई मरीज गंभीर
कानपुर (Kanpur) में स्वाइन फ्लू (Swine Flu) ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। शहर के लालबंगला (Lalbangle) इलाके के निवासी 80 वर्षीय राधेश्याम की हैलट अस्पताल (Hallet Hospital) में इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गई। राधेश्याम को मंगलवार को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें शॉक (Shock) की स्थिति में पाया। इसके अलावा, कानपुर के निजी अस्पतालों में दो और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनमें से एक महिला मरीज की हालत भी गंभीर है और उसे हैलट इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है।
क्या है स्वाइन फ्लू की स्थिति?
स्वाइन फ्लू एक अत्यंत गंभीर और संक्रमित बीमारी है, जो इंफ्लूएंजा वायरस ए (H1N1) (Influenza A virus – H1N1) के कारण फैलती है। शहर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के संचारी रोग नोडल अधिकारी (Communicable Disease Nodal Officer) डॉ. बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि राधेश्याम को सिविल लाइंस स्थित एक अस्पताल से रेफर करके लाया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें सीओपीडी (COPD – Chronic Obstructive Pulmonary Disease) जैसी पुरानी बीमारी थी, जो उनके फेफड़ों की कार्यक्षमता को कमजोर कर चुकी थी।
अन्य मरीजों की स्थिति
हैलट अस्पताल में भर्ती की गई दूसरी महिला मरीज नौलखी (50) को भी सिविल लाइंस के एक निजी अस्पताल से रेफर किया गया था। उसे भी जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सीनियर फिजीशियन डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि फिलहाल मरीज की स्थिति स्थिर है, लेकिन उसे आइसोलेशन में रखकर इलाज किया जा रहा है ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके। तीसरा मरीज संतकबीरनगर से है, जिसे भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद रेफर किया गया है।
क्या है अस्पताल की व्यवस्था?
स्वाइन फ्लू के मरीजों को हैलट अस्पताल के मेटरनिटी विंग (Maternity Wing) में आइसोलेशन में रखा जा रहा है। अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है, तो उन्हें संक्रामक रोग अस्पताल (IDH) (Infectious Disease Hospital) भेजा जाएगा। इस वायरस के फैलाव को रोकने के लिए मरीजों को अलग रखा जा रहा है ताकि अन्य मरीज और स्टाफ संक्रमित न हो सके। हैलट के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि अब तक कुल तीन मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।
स्वाइन फ्लू से बचने के उपाय
स्वाइन फ्लू से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय (Preventive Measures) अपनाए जा सकते हैं:
- स्वच्छता का ध्यान रखें (Maintain Hygiene): अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं। यदि साबुन उपलब्ध न हो तो सैनिटाइज़र (Sanitizer) का इस्तेमाल करें।
- भीड़-भाड़ से बचें (Avoid Crowded Places): स्वाइन फ्लू आसानी से फैलने वाली बीमारी है, इसलिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूर रहें।
- मास्क का प्रयोग करें (Use Mask): सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मास्क पहनें ताकि वायरस से बचाव हो सके।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत करें (Boost Immune System): अपने इम्यून सिस्टम (Immune System) को मजबूत करने के लिए पौष्टिक आहार लें जिसमें विटामिन C (Vitamin C) और जिंक (Zinc) शामिल हो।
- तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें (Consult Doctor Immediately): यदि सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
कानपुर के अस्पतालों में स्वाइन फ्लू की जांच
कानपुर के निजी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू (Swine Flu Testing) की जांच की सुविधा उपलब्ध है। सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि स्वाइन फ्लू के मामलों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग (Contact Tracing) कराई जाएगी। इसका मतलब है कि स्वाइन फ्लू से संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच की जाएगी ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
अस्पताल प्रशासन की तैयारी
हैलट के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि अस्पताल में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की गई है। यदि मरीजों की संख्या में वृद्धि होती है, तो उन्हें संक्रामक रोग अस्पताल (IDH) भेजा जाएगा।
कानपुर में स्वाइन फ्लू का खतरा
स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामलों ने कानपुर के स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर डाल दिया है। विभाग के अनुसार, अब तक तीन मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है और नए मरीजों के आने की संभावना बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि यह संक्रमण कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में अधिक खतरनाक हो सकता है, खासकर बुजुर्गों और उन लोगों में जो पहले से किसी श्वसन तंत्र (Respiratory System) की बीमारी से पीड़ित हैं।
क्या है स्वाइन फ्लू का इलाज?
स्वाइन फ्लू का इलाज वायरस के प्रकार और मरीज की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है। इसका मुख्य उपचार एंटीवायरल दवाओं द्वारा किया जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि स्वाइन फ्लू से संक्रमित मरीजों को तत्काल एंटीवायरल ड्रग्स (Antiviral Drugs) दी जाती हैं, जिससे मरीज की हालत में सुधार हो सकता है। इसके अलावा, मरीज को पर्याप्त आराम, पौष्टिक भोजन और भरपूर मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि स्वाइन फ्लू के संक्रमण से बचने के लिए सभी को सतर्क रहना चाहिए। स्वाइन फ्लू के लक्षणों में तेज बुखार (High Fever), सांस लेने में दिक्कत (Breathing Difficulty), शरीर में दर्द (Body Pain), और थकान (Fatigue) शामिल हैं। यदि इन लक्षणों का अनुभव होता है, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
कानपुर के लोगों के लिए चेतावनी
कानपुर के स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे स्वाइन फ्लू के लक्षणों को हल्के में न लें। यदि किसी को सर्दी-जुकाम, खांसी या बुखार हो तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में जांच कराएं और घर में आइसोलेशन में रहें ताकि दूसरों को संक्रमण न हो।
यह भी पढ़ें
–
अब भारतीय किसानों का दुश्मन बना चाइनीज लहसुन
क्या है अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की प्रकिया, जाने सब कुछ