2025 तक मध्यप्रदेश होगा टीबी मुक्त : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
TB Mukt Madhya Pradesh 2025 | भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को घोषणा की कि मध्यप्रदेश वर्ष 2025 तक पूरी तरह टीबी मुक्त होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं, और जनसहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। डॉ. यादव ने यह भी बताया कि वर्तमान में प्रदेश की 2,000 से अधिक ग्राम पंचायतें पहले ही टीबी मुक्त हो चुकी हैं। इसी क्रम में शनिवार को उज्जैन जिले की 56 ग्राम पंचायतों को भी टीबी मुक्त घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘टीबी मुक्त भारत’ मिशन का हिस्सा है, जिसे 2025 तक सफलतापूर्वक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
100 दिवसीय तीव्र टीबी उन्मूलन अभियान की शुरुआत
नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा की अध्यक्षता में टीबी उन्मूलन पर एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया। उन्होंने उज्जैन से इस चर्चा में भाग लिया। बैठक में उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। बैठक में 100 दिवसीय तीव्र टीबी उन्मूलन अभियान की शुरुआत की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों को निर्देश दिया कि टीबी के मरीजों की पहचान, परीक्षण, और समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए। साथ ही जनजागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया।
मध्यप्रदेश में जारी अभियान और उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश में टीबी उन्मूलन के लिए बड़े स्तर पर काम हो रहा है।
1. फूड बास्केट वितरण:
प्रदेश में 3,000 से अधिक शिविरों का आयोजन किया गया है। इसके तहत जरूरतमंदों को पोषण युक्त फूड बास्केट प्रदान की गई।
2. जनजागरूकता रैली:
अब तक 122 से अधिक रैलियां आयोजित की जा चुकी हैं।
3. नि:क्षय मित्र:
5,000 से अधिक लोगों ने नि:क्षय मित्र बनने की शपथ ली है।
4. विशेष टीबी जांच अभियान:
सघन बस्तियों, उद्योगों, कारखानों, और ईंट भट्टों में विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है।
जनकल्याण अभियान के साथ चलेगा टीबी उन्मूलन अभियान
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि टीबी उन्मूलन अभियान को मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के साथ जोड़ा जाएगा। यह अभियान 40 दिनों तक चलेगा और 26 जनवरी 2025 को समाप्त होगा। इस दौरान टीबी परीक्षण, उपचार, और जनजागरूकता पर विशेष जोर दिया जाएगा। लोगों को नि:क्षय मित्र बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि वे टीबी उन्मूलन में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
वीडियो कांफ्रेंस के मुख्य बिंदु
वीडियो कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जिला अधिकारियों को टीबी रोग के नियंत्रण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
- 1. फूड बास्केट का वितरण बढ़ाने पर जोर:- मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि फूड बास्केट वितरण को तेज किया जाए और इसे टीबी प्रभावित लोगों तक प्राथमिकता से पहुंचाया जाए।
- 2. जनभागीदारी को बढ़ावा:- स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सेलिब्रिटीज, और स्वैच्छिक संगठनों को इस अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाए।
- 3. सोशल मीडिया का उपयोग:- “टीबी हारेगा, देश जीतेगा” थीम के तहत जागरूकता बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का व्यापक उपयोग किया जाए।
- 4. आईईसी गतिविधियों को बढ़ावा:- सूचना, शिक्षा, और संचार गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों को जागरूक किया जाए। TB Mukt Madhya Pradesh 2025
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने कहा कि टीबी उन्मूलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने राज्यों को निर्देश दिए कि टीबी रोगियों की पहचान के लिए व्यापक परीक्षण अभियान चलाए जाएं।
- टीबी रोगियों को पोषण और स्वास्थ्य सहायता प्रदान की जाए।
- सभी जिलों में जागरूकता अभियान चलाया जाए।
- स्वैच्छिक संगठनों और अन्य भागीदारों की मदद ली जाए। TB Mukt Madhya Pradesh 2025
मध्यप्रदेश का योगदान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बैठक में बताया कि मध्यप्रदेश फूड बास्केट वितरण में देश में दूसरे स्थान पर है। यह उपलब्धि जनसहभागिता और सरकार के ठोस प्रयासों का परिणाम है। उज्जैन जिले की 56 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करना प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
भविष्य की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 26 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान में प्रदेश के हर जिले में टीबी उन्मूलन की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएंगे। जिला स्तर पर अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नेतृत्व क्षमता और सरकार की ठोस नीतियों से यह स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनने के लक्ष्य को हासिल करने में सफल होगा। प्रधानमंत्री के मिशन को साकार करने में प्रदेश की यह भूमिका पूरे देश के लिए प्रेरणादायक साबित हो सकती है। TB Mukt Madhya Pradesh 2025
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