शाजापुर में टला भयंकर रेल हादसा! तेज आंधी ने रेलवे ट्रैक पर गिराया पेड़

शाजापुर में टला भयंकर रेल हादसा! तेज आंधी ने रेलवे ट्रैक पर गिराया पेड़

डेढ़ घंटे जंगल में फंसी रही भोपाल-दाहोद इंटरसिटी

Tree Fell On Shajapur Railway Track | शाजापुर जिले में शनिवार को एक बड़ा रेल हादसा होने से बाल-बाल बच गया। अचानक बदले मौसम और तेज आंधी के कारण रेलवे ट्रैक पर एक विशाल पेड़ गिर गया, जिससे भोपाल-दाहोद इंटरसिटी एक्सप्रेस (19340) को बेरछा और पीर उमरोद स्टेशनों के बीच जंगल में डेढ़ घंटे तक रोकना पड़ा। इस घटना ने न केवल रेल यातायात को प्रभावित किया, बल्कि यात्रियों में भी दहशत और असमंजस की स्थिति पैदा कर दी। स्थानीय लोगों और रेलवे कर्मचारियों की त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को संभाला, लेकिन यह घटना रेलवे ट्रैक की सुरक्षा और मौसम से जुड़े खतरों पर सवाल खड़े करती है। Tree Fell On Shajapur Railway Track

क्या हुआ था शाजापुर में?

शनिवार दोपहर शाजापुर जिले में मौसम ने अचानक करवट ली। तेज हवाओं और आंधी के साथ कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। इस दौरान भोपाल-रतलाम रेल खंड पर बेरछा रेलवे स्टेशन के पास एक बड़ा पेड़ तेज आंधी की चपेट में आकर रेलवे ट्रैक पर गिर गया। यह घटना ठीक उसी समय हुई जब भोपाल-दाहोद इंटरसिटी एक्सप्रेस (19340) उस ट्रैक से गुजर रही थी।

  • घटना का समय: दोपहर करीब 3:50 बजे

  • स्थान: बेरछा और पीर उमरोद रेलवे स्टेशनों के बीच, भोपाल-रतलाम रेल खंड

  • प्रभाव: ट्रेन को जंगल में रोकना पड़ा, जिससे रेल यातायात डेढ़ घंटे तक ठप रहा।

  • ट्रेन की स्थिति: ट्रेन बेरछा स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर आगे बढ़ चुकी थी जब इसे रोका गया।

रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और स्थानीय लोगों की मदद से ट्रैक पर गिरी पेड़ की शाखाओं को काटकर हटाया गया। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रैक को साफ किया गया, और ट्रेन को दोपहर 5:14 बजे आगे रवाना किया गया।

यात्रियों की परेशानी और दहशत

ट्रेन के अचानक जंगल में रुकने से यात्रियों में शुरुआत में हल्की हड़बड़ी रही। कई यात्रियों को लगा कि यह कोई सामान्य रुकावट होगी, लेकिन जब समय बीतता गया और ट्रेन आगे नहीं बढ़ी, तो उनकी चिंता बढ़ने लगी। कुछ यात्री ट्रेन से उतरकर स्थिति का जायजा लेने की कोशिश करने लगे।

  • यात्रियों की प्रतिक्रिया: जब यात्रियों को पता चला कि ट्रैक पर पेड़ गिरने के कारण ट्रेन रुकी है, तो उनकी बेचैनी और बढ़ गई। डेढ़ घंटे तक जंगल में फंसे रहने से कई यात्री परेशान और चिंतित हो गए।

  • सूचना की कमी: यात्रियों ने शिकायत की कि रेलवे की ओर से शुरू में कोई स्पष्टजानकारी नहीं दी गई, जिससे असमंजस की स्थिति बनी रही।

  • यात्रियों की सुरक्षा: सौभाग्य से, इस घटना में कोई जनहानि या चोट नहीं हुई, लेकिन यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।

स्थानीय लोगों का योगदान

इस घटना में स्थानीय लोगों ने रेलवे कर्मचारियों के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पेड़ को हटाने में रेलवे की तकनीकी टीम को कठिनाई हो रही थी, लेकिन आसपास के ग्रामीणों ने तेजी से मदद की और पेड़ की शाखाओं को काटने में सहयोग दिया। उनकी इस त्वरित कार्रवाई ने ट्रैक को जल्दी साफ करने में मदद की, जिससे ट्रेन का परिचालन सामान्य हो सका। Tree Fell On Shajapur Railway Track

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएँ

यह कोई पहला मौका नहीं है जब शाजापुर में रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ हो। कुछ दिन पहले जिले के सुनेरा क्षेत्र में भी तेज हवाओं के कारण रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिर गया था, जिसके चलते रेल यातायात 3-4 घंटे तक बाधित रहा था। इन बार-बार होने वाली घटनाओं ने रेलवे ट्रैक की सुरक्षा और रखरखावपर कई सवाल खड़े किए हैं। Tree Fell On Shajapur Railway Track

रेलवे ट्रैक की सुरक्षा पर सवाल

इस घटना ने रेलवे प्रशासन के सामने कई चुनौतियाँ उजागर की हैं:

  1. मौसम की चेतावनी: क्या रेलवे को मौसम विभाग की चेतावनियों के आधार पर पहले से कोई कदम उठाने चाहिए थे?

  2. ट्रैक के आसपास वनस्पति प्रबंधन: रेलवे ट्रैक के आसपास पुराने और कमजोरपेड़ों को समय-समय पर हटाने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

  3. यात्रियों को सूचना: रेलवे को ऐसी परिस्थितियों में यात्रियों को तुरंत और स्पष्ट जानकारी देने की प्रणाली को और मजबूत करना होगा।

  4. आपातकालीन प्रतिक्रिया: रेलवे को ऐसी घटनाओं के लिए तेजी से प्रतिक्रिया देने वाली टीमें तैयार रखनी होंगी।

शाजापुर में भोपाल-दाहोद इंटरसिटी एक्सप्रेस के साथ हुई इस घटना ने एक बार फिर रेलवे की तैयारियों और सुरक्षा उपायों पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, रेलवे कर्मचारियों और स्थानीय लोगों की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को टाल दिया, लेकिन यह घटना भविष्य के लिए एक चेतावनी है। रेलवे को ट्रैक के आसपास के क्षेत्रों में नियमित रखरखाव और मौसम से संबंधित खतरों के प्रति सतर्कताबढ़ाने की जरूरत है। यात्रियोंकी सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। Tree Fell On Shajapur Railway Track


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