किसानों के लिए खुशखबरी : अब फसलों में कीटनाशकों की जरूरत नहीं होगी
Tricho Card | किसान अक्सर अपनी फसल में कीटों के आक्रमण से जूझते रहते हैं, जिससे उत्पादन में भारी नुकसान होता है। कई बार कीटनाशकों का उपयोग करने के बावजूद कीटों से पूरी तरह छुटकारा नहीं मिलता है, और कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research – ICAR) के राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (National Rice Research Institute) कटक, उड़ीसा ने एक नई तकनीक विकसित की है। यह तकनीक न केवल किसानों के लिए राहत का संदेश लेकर आई है, बल्कि फसल सुरक्षा के साथ स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता देती है।
क्या है ट्राइको कार्ड तकनीक?
कृषि वैज्ञानिकों ने एक अभिनव तरीका अपनाया है, जिसे ट्राइको कार्ड (Tricho Card) कहा जाता है। ट्राइको कार्ड एक विशेष प्रकार का कार्ड है, जिसमें मांसाहारी कीट ट्राइकोडर्मा (Trichoderma) के अंडे होते हैं। इन अंडों से निकले कीट फसल के हानिकारक कीटों को नष्ट कर देते हैं, जिससे फसल की सुरक्षा होती है और कीटनाशकों के उपयोग की आवश्यकता कम हो जाती है।
कृषि विज्ञान केंद्र कोडरमा (झारखंड) के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. एके राय ने बताया कि ट्राइको कार्ड कीट नियंत्रण के लिए एक बेहद प्रभावी और सुरक्षित तकनीक है। एक कार्ड में ट्राइकोडर्मा के 20 से 25 हज़ार अंडे होते हैं, जो फसल में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के हानिकारक कीटों के लिए घातक साबित होते हैं। खास बात यह है कि ये कीट खुद फसल को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते, बल्कि फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को खाकर खत्म कर देते हैं।
कैसे काम करता है ट्राइको कार्ड?
ट्राइको कार्ड का उपयोग करने के लिए इसे फ्रिज में संग्रहित किया जाता है। उपयोग से कुछ घंटे पहले इसे फ्रिज से बाहर निकालकर सामान्य तापमान पर रखा जाता है, ताकि इसमें मौजूद ट्राइकोडर्मा के अंडे सक्रिय हो सकें। जैसे ही अंडे सक्रिय होते हैं, वे लारवा (Larva) में परिवर्तित हो जाते हैं और कुछ दिनों के भीतर पूरी तरह विकसित कीट बन जाते हैं। ये कीट फसल में मौजूद हानिकारक कीटों का शिकार करते हैं और उनकी संख्या को नियंत्रित करते हैं।
डॉ. राय ने बताया कि यह मांसाहारी कीट कीटों के अंडे को भी पूरी तरह नष्ट कर देता है, जिससे फसल में कीटों के पुनः आक्रमण की संभावना कम हो जाती है। ट्राइको कार्ड का एक बड़ा लाभ यह भी है कि इसके उपयोग से कीटनाशकों की आवश्यकता नहीं पड़ती है, जो फसल और पर्यावरण दोनों के लिए एक सुरक्षित विकल्प है।
ट्राइको कार्ड के उपयोग के फायदे
- स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लाभकारी: ट्राइको कार्ड के उपयोग से कीटनाशकों की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, जो कि फसल और पर्यावरण दोनों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग मिट्टी, पानी, और अंततः हमारे भोजन को भी प्रदूषित कर सकता है। ट्राइको कार्ड इस समस्या का एक सुरक्षित और स्थायी समाधान है।
- प्राकृतिक कीट नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा मांसाहारी कीट होते हैं, जो फसल में मौजूद हानिकारक कीटों को खाकर नष्ट कर देते हैं। इस प्रक्रिया में किसी प्रकार के रसायनों का उपयोग नहीं होता, जिससे यह पूरी तरह से जैविक और सुरक्षित विधि है।
- आर्थिक लाभ: ट्राइको कार्ड का उपयोग करने से किसानों को कीटनाशकों पर खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती। यह एक सस्ती और प्रभावी तकनीक है, जो किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प बन सकती है। इसके अलावा, कीटनाशकों की कमी से उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार होता है, जिससे किसानों को बाज़ार में बेहतर कीमत मिल सकती है।
- पर्यावरण के लिए सुरक्षित: कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग न केवल फसल के लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक होता है। ट्राइको कार्ड का उपयोग पर्यावरण को बचाने में मदद करता है, क्योंकि इसमें रसायनों का कोई उपयोग नहीं होता है।
कैसे करें ट्राइको कार्ड का उपयोग?
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, ट्राइको कार्ड का उपयोग बेहद सरल है। एक एकड़ भूमि के लिए तीन स्ट्रिप्स का उपयोग किया जा सकता है। इन स्ट्रिप्स को खेत के बीच में लकड़ी के सहारे लगाना होता है, ताकि ट्राइकोडर्मा के अंडे सही ढंग से काम कर सकें। कुछ दिनों के भीतर ये कीट सक्रिय हो जाते हैं और हानिकारक कीटों को नष्ट कर देते हैं।
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महत्वपूर्ण बात यह है कि ट्राइको कार्ड के उपयोग के बाद किसी भी प्रकार के कीटनाशकों का छिड़काव नहीं करना चाहिए, क्योंकि कीटनाशक ट्राइकोडर्मा के लिए हानिकारक होते हैं। यदि कीटनाशक का उपयोग किया जाता है, तो ट्राइकोडर्मा कीट मर सकते हैं और उनकी प्रभावशीलता समाप्त हो सकती है।
ट्राइको कार्ड की उपलब्धता
ट्राइको कार्ड कृषि से संबंधित सामग्रियों की बिक्री करने वाली दुकानों पर उपलब्ध होता है। किसानों के लिए यह एक सुलभ और सस्ती तकनीक है, जो फसल की रक्षा के लिए बेहद प्रभावी है। ट्राइको कार्ड का उपयोग धान, सब्जियों, और अन्य फसलों के लिए किया जा सकता है, जिससे किसानों को कीटों से राहत मिलती है और उत्पादन में सुधार होता है।
ट्राइको कार्ड से किसानों को राहत
भारत के विभिन्न हिस्सों में इस तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है, और इसके परिणामस्वरूप किसानों को फसल सुरक्षा में बड़ी राहत मिली है। कीटनाशकों के बिना फसल कीट मुक्त रहती है, जिससे उत्पादन में भी वृद्धि होती है। कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि ट्राइको कार्ड का उपयोग जैविक खेती (Organic Farming) को बढ़ावा देने में मदद करेगा। जैविक खेती में रासायनिक कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग नहीं किया जाता, जिससे फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है और स्वास्थ्य पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ट्राइको कार्ड एक जैविक और प्राकृतिक समाधान है, जो किसानों के लिए दीर्घकालिक लाभ प्रदान कर सकता है।
ट्राइको कार्ड तकनीक न केवल किसानों के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। कृषि में इस जैविक समाधान का उपयोग करना, कीटनाशकों पर निर्भरता को कम करने और प्राकृतिक कीट नियंत्रण के माध्यम से उत्पादन बढ़ाने का एक स्मार्ट तरीका है। किसानों को अब कीटों से होने वाले नुकसान से डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ट्राइको कार्ड ने फसल की सुरक्षा का एक नया रास्ता खोल दिया है।
अब कीटनाशक छोड़ें और ट्राइको कार्ड अपनाएं, ताकि फसल की सुरक्षा के साथ-साथ सेहत का भी ख्याल रखा जा सके।
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