ट्रंप ने टैरिफ लगाने के फैसले से पीछे हटने से किया इनकार, वैश्विक बाजारों में अस्थिरता का माहौल
‘चीजों को सही करने के लिए दवाई देनी पड़ती है’, विरोध के बावजूद ट्रंप का पीछे हटने से इनकार
Trump Tariff Decision | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपने टैरिफ लगाने के फैसले को वापस लेने से साफ मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी चीजों को सही करने के लिए “दवाई” देने की आवश्यकता होती है ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब उनके द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण दुनियाभर के बाजारों में अस्थिरता का माहौल बन गया है और कई देशों में उनके फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। Trump Tariff Decision
टैरिफ का प्रभाव
ट्रंप ने अपने आधिकारिक विमान एयरफोर्स वन में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मैंने यूरोपीय, एशियाई, पूरी दुनिया के कई नेताओं से बात की है, वे हमारे साथ समझौता करना चाहते हैं, लेकिन अब हम व्यापार घाटा नहीं सहेंगे और हमने ये बात उन्हें साफ बता दी है।” उन्होंने यह भी कहा कि वह नहीं चाहते कि दुनियाभर के बाजारों में गिरावट आए, लेकिन वह इस स्थिति को लेकर चिंतित नहीं हैं।
ट्रंप के टैरिफ 9 अप्रैल से लागू होंगे, और अर्थशास्त्रियों का मानना है कि इन टैरिफ के लागू होने के साथ ही एक नए आर्थिक युग की शुरुआत हो सकती है। अमेरिका की वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि “गलत तरीके से व्यापार करना सही नहीं है” और उन्होंने यह भी कहा कि वे विभिन्न देशों से मिलने वाले प्रस्तावों पर विचार करेंगे।
विरोध और प्रतिक्रिया
ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि टैरिफ लगाने का असर दिखने लगा है और 50 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों ने बातचीत की इच्छा जाहिर की है। हालांकि, ट्रंप को अपने फैसले के खिलाफ हो रहे विरोध के बारे में भी जानकारी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा, “हमारी जीत होगी, लेकिन तब तक हिम्मत बनाए रखें। ये आसान बिल्कुल नहीं होगा।”
ट्रंप ने अपनी कैबिनेट के मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे टैरिफ लगाने के सरकार के फैसले का बचाव करें और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ने के दावे को खारिज करें।
सहयोगी देशों पर टैरिफ
ट्रंप ने अमेरिका के सहयोगी देशों पर भी टैरिफ लगाए हैं, जिनमें इस्राइल पर 17 प्रतिशत टैरिफ शामिल है। सोमवार को इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू, व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि गाजा युद्ध के अलावा टैरिफ को लेकर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हो सकती है।
वियतनाम पर भी ट्रंप ने भारी भरकम टैरिफ लगाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब वियतनाम की सरकार ने भी अपने टैरिफ घटाने की बात करते हुए अमेरिका के साथ बातचीत की पेशकश की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने अमेरिका के टैरिफ पर नाराजगी जताई है, लेकिन कहा है कि वह इस मुद्दे पर अमेरिकी सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं। इस प्रकार, ट्रंप के टैरिफ के कारण वैश्विक स्तर पर व्यापारिक संबंधों में तनाव बढ़ता जा रहा है।
ट्रंप का यह निर्णय न केवल अमेरिका के लिए, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। उनके द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण विभिन्न देशों के साथ व्यापारिक संबंधों में तनाव उत्पन्न हो रहा है। हालांकि, ट्रंप का यह भी कहना है कि वे व्यापार घाटे को सहन नहीं करेंगे और इसके लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
इस स्थिति में, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या अन्य देश अमेरिका के साथ बातचीत के लिए आगे आते हैं या फिर वे भी अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया देंगे। वैश्विक बाजारों में अस्थिरता का यह माहौल आने वाले समय में और भी जटिल हो सकता है, और सभी की नजरें इस पर होंगी कि ट्रंप प्रशासन इस स्थिति को कैसे संभालता है।
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।