UGC का बड़ा एक्शन: एमपी समेत 14 राज्यों के 37 प्राइवेट यूनिवर्सिटी डिफॉल्टर घोषित
UGC declares 37 private universities defaulters 14 states | यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने उच्च शिक्षा संस्थानों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। सार्वजनिक स्व-प्रकटीकरण (Public Self-Disclosure) सूचना अपलोड न करने के कारण 14 राज्यों के 37 निजी विश्वविद्यालयों को डिफॉल्टर घोषित किया गया है। UGC ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट www.ugc.gov.in पर नोटिस जारी कर इन संस्थानों को निर्देश दिए हैं कि वे निर्धारित समयसीमा के भीतर जरूरी जानकारी अपलोड करें। ऐसा न करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। आइए जानें, क्या आपका कॉलेज इस सूची में शामिल है?
UGC नियमों का उल्लंघन क्यों?
UGC अधिनियम 1956 की धारा 13 के तहत सभी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए अनिवार्य है कि वे अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर निम्नलिखित जानकारी अपलोड करें:
- एडमिनिस्ट्रेशन: प्रिंसिपल, रजिस्ट्रार, फाइनेंस ऑफिसर, कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन आदि की डिटेल्स।
- अकादेमिक: कोर्सेस, अकादेमिक कैलेंडर, एडमिशन प्रोसेस, फीस स्ट्रक्चर, रिफंड पॉलिसी।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर: रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल, स्पोर्ट्स, हॉस्टल सुविधाएं, पिक्चर गैलरी।
- अन्य: कॉन्टेन्ट डिटेल्स, लोकेशन, ऐड्रेस आदि।
इन विश्वविद्यालयों ने इन गाइडलाइंस का पालन नहीं किया, जिसके कारण उन्हें डिफॉल्टर की श्रेणी में डाला गया। UGC ने ईमेल और ऑनलाइन मीटिंग्स के माध्यम से कई बार रिमाइंडर भेजे थे।
15 दिनों में सुधार के निर्देश
डिफॉल्टर सूची में शामिल 37 विश्वविद्यालयों को 15 दिनों (दो सप्ताह) का समय दिया गया है। इस दौरान वे अपनी वेबसाइट पर होमपेज पर लिंक के साथ सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। UGC ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि समयसीमा में अनुपालन न करने पर एडमिशन पर रोक, मान्यता रद्द या अन्य सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
मध्य प्रदेश के डिफॉल्टर विश्वविद्यालय
मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 9 निजी विश्वविद्यालय इस सूची में शामिल हैं:
- अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी, भोपाल
- आर्यावर्त यूनिवर्सिटी, सीहोर
- डॉ. प्रीति ग्लोबल यूनिवर्सिटी, शिवपुरी
- ज्ञानवीर यूनिवर्सिटी, सागर
- जेएनसीटी प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भोपाल
- एलएनसीटी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, इंदौर
- महाकौशल विश्वविद्यालय, जबलपुर
- महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय, जबलपुर
- मानसरोवर ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सीहोर
- शुभम यूनिवर्सिटी, भोपाल
(नोट: कुछ स्रोतों के अनुसार एमपी में 10 विश्वविद्यालय शामिल हैं, लेकिन आधिकारिक सूची के आधार पर यहां 9 दिए गए हैं।)
फर्जी संस्थानों पर UGC की चेतावनी
UGC ने दो संस्थानों को फर्जी घोषित किया है, जहां दाखिला न लेने की सलाह दी गई है:
- इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ प्रोफेटिक मेडिसिन, कालीकट, केरल: इसकी डिग्री को मान्यता नहीं दी गई है।
- एमवर्सिटी, इंदिरानगर, बेंगलुरु (082, शोभा मिलेनियम, 12वीं मेन रोड, स्टेज-2, अप्पारेडिप्लया): यह निजी विश्वविद्यालयों और MANIT के साथ फ्रेंचाइजी या समझौते के जरिए डिग्री चला रही है, जो नियमों के विरुद्ध है। ऐसी डिग्रियां अमान्य मानी जाएंगी।
छात्रों और अभिभावकों से अपील है कि दाखिला लेने से पहले UGC की वेबसाइट पर संस्थान की मान्यता जांच लें। अधिक जानकारी के लिए www.ugc.gov.in पर जाएं। यदि आपका कोई सवाल है, तो कमेंट में बताएं!
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।