उज्जैन में आईटी पार्क का भूमि-पूजन: तकनीकी युग की नई शुरुआत
Ujjain IT Park Bhoomi Poojan | मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में आईटी पार्क के भूमि-पूजन समारोह के दौरान कहा कि यह दिन उज्जैनवासियों और प्रदेश के लिए गर्व का ऐतिहासिक क्षण है। यह आयोजन केवल उज्जैन ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत करेगा। उज्जैन, जो प्राचीन काल से अपनी सांस्कृतिक और वैज्ञानिक धरोहर के लिए विख्यात है, अब तकनीकी और आईटी क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाएगा।
डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन सदियों से विज्ञान, खगोलशास्त्र, और गणित के विद्वानों का केंद्र रहा है। इसी पवित्र भूमि पर आधुनिक विज्ञान की नींव रखी जा रही है। उन्होंने शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने इंदौर रोड पर बनने वाले इस आईटी पार्क के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि यह परियोजना एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा 46 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जाएगी।
ग्लोबल इंवेस्टर समिट की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने आगामी फरवरी 2025 में भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर समिट के लोगो का अनावरण किया और इसकी आधिकारिक वेबसाइट investmp.in का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तेजी से बदलते आर्थिक और औद्योगिक माहौल को देखते हुए, सरकार रोजगार और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
डॉ. यादव ने कहा, “हमारे युवाओं को अब रोजगार की तलाश में दूर नहीं जाना होगा। आईटी पार्क के निर्माण के बाद 500 से अधिक स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा और सहायक सेवाओं के जरिए 1,000 से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। यह परियोजना उज्जैन को प्रदेश के प्रमुख आईटी हब के रूप में स्थापित करेगी और क्षेत्रीय निवेश को बढ़ावा देगी।”
स्थानीय युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज भारत में सबसे अधिक युवा आबादी है, और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने बताया कि कई भारतीय युवा आज विश्व की बड़ी कंपनियों के सीईओ के पद पर हैं और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को नए अवसर प्रदान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उज्जैन का यह आईटी पार्क न केवल स्थानीय युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाने का मंच देगा, बल्कि स्टार्टअप्स और छोटे उद्यमियों को भी बढ़ावा देगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा उज्जैन का आईटी पार्क
आईटी पार्क के प्रथम चरण में लगभग 1 लाख 23 हजार वर्ग फीट में निर्माण किया जाएगा। इसमें 1.2 लाख वर्ग फीट आईटी स्पेस उपलब्ध होगी। यह जगह लगभग 30 आईटी कंपनियों को प्लग-एंड-प्ले मॉडल पर काम शुरू करने के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। पार्क में अंतरराष्ट्रीय स्तर की ग्रीन बिल्डिंग डिजाइन, उच्च गुणवत्ता की इंटरनेट कनेक्टिविटी, अत्याधुनिक डेटा सेंटर और इंक्यूबेशन सेंटर जैसी सुविधाएं होंगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रथम चरण के लिए निर्धारित स्थान से डेढ़ गुना अधिक एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) प्राप्त हुए हैं। इस उत्साहजनक प्रतिक्रिया को देखते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि आईटी पार्क का दूसरा चरण भी शीघ्र शुरू किया जाए।
स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्कलेव की शुरुआत की गई है ताकि स्थानीय उद्योगों और रोजगार को प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने के लिए सड़क, रेल और हवाई मार्गों का तेजी से विकास किया जा रहा है। उज्जैन और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों को देश के प्रमुख औद्योगिक और तकनीकी केंद्रों से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है।
उज्जैन को मिलेगा औद्योगिक और आर्थिक समृद्धि का नया आयाम
डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश आईटी और इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। अन्य प्रदेशों और देशों के निवेशक भी मध्यप्रदेश में रुचि दिखा रहे हैं। उज्जैन का यह आईटी पार्क न केवल औद्योगिक विकास को गति देगा, बल्कि इसे प्रदेश के तकनीकी केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।
टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नि:क्षय अभियान के अंतर्गत टीबी मुक्त घोषित ग्राम पंचायतों के सरपंचों और आशा कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और रोजगार, दोनों क्षेत्रों में सरकार ने उत्कृष्ट कार्य किया है।
सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि सरकार प्रदेश में आईटी शिक्षा, रोजगार, और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर काम कर रही है। आईटी कॉलेज की आवश्यकता वाले क्षेत्रों में नए कॉलेज खोले जाएंगे और आईटी पॉलिसी को और सशक्त बनाया जाएगा।
यह आईटी पार्क उज्जैन को तकनीकी और औद्योगिक समृद्धि के नए शिखर तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा। आने वाले वर्षों में यह परियोजना क्षेत्र के युवाओं को बेहतर रोजगार, उद्यमिता, और आर्थिक अवसर प्रदान करेगी।
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