एली लिली ने भारत में लॉन्च की मोटापा और टाइप-2 डायबिटीज के लिए रिवोल्यूशनरी दवा “मौनजारो” – कीमत 3,500 रुपये से शुरू
Weight loss tablets | अमेरिकी दवा कंपनी एली लिली एंड कंपनी ने भारत में मोटापे और टाइप-2 मधुमेह के प्रबंधन के लिए अपनी इंजेक्टेबल दवा मौनजारो (Mounjaro) लॉन्च की है। यह दवा, जिसे रासायनिक रूप से टिरज़ेपेटाइड (Tirzepatide) के नाम से जाना जाता है, पहले से ही अमेरिका, यूरोप और ब्रिटेन जैसे बाजारों में क्रांतिकारी प्रभाव दिखा चुकी है। भारत में इसकी शुरुआती कीमत 2.5 मिलीग्राम की शीशी के लिए 3,500 रुपये और 5 मिलीग्राम की शीशी के लिए 4,375 रुपये तय की गई है। यह दवा सप्ताह में एक बार इंजेक्शन के रूप में ली जाती है। Weight loss tablets
मौनजारो क्या है और यह कैसे काम करती है?
मौनजारो एक ड्यूल-एक्शन ग्लूकोज-निर्भर इंसुलिनोट्रोपिक पॉलीपेप्टाइड (GIP) और ग्लूकागन-जैसे पेप्टाइड-1 (GLP-1) रिसेप्टर एगोनिस्ट है। यह दवा शरीर में दो हार्मोन मार्गों को एक साथ लक्षित करती है, जो भूख को नियंत्रित करने, भोजन का सेवन कम करने और शरीर में वसा के उपयोग को बदलने में मदद करती है। यह मस्तिष्क के उन हिस्सों को सक्रिय करती है जो भूख को दबाते हैं, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
किन लोगों के लिए है यह दवा?
मौनजारो को निम्नलिखित श्रेणियों के लिए अनुमोदित किया गया है:
- मोटापे से ग्रस्त वयस्क: जिनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 30 kg/m² या उससे अधिक है।
- अधिक वजन वाले वयस्क: जिनका BMI 27 kg/m² या उससे अधिक है और जिन्हें वजन से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं (जैसे उच्च रक्तचाप, डिसलिपिडेमिया) हैं।
- टाइप-2 मधुमेह वाले वयस्क: जिन्हें आहार और व्यायाम के साथ ग्लाइसेमिक नियंत्रण की आवश्यकता है।
नैदानिक परीक्षणों में प्रभावकारिता
मौनजारो की प्रभावकारिता दो वैश्विक नैदानिक परीक्षणों – SURMOUNT-1 और SURPASS – के माध्यम से स्थापित की गई है।
1. SURMOUNT-1 परीक्षण (मोटापे के लिए)
- प्रतिभागी: 2,539 वयस्क जो मोटापे या अधिक वजन से ग्रस्त थे।
- परिणाम:
- 15 मिलीग्राम की उच्चतम खुराक: औसतन 21.8 किलोग्राम वजन कम हुआ।
- 5 मिलीग्राम की सबसे कम खुराक: औसतन 15.4 किलोग्राम वजन कम हुआ।
- प्लेसीबो समूह: औसतन केवल 3.2 किलोग्राम वजन कम हुआ।
- उल्लेखनीय तथ्य: उच्चतम खुराक पर, 33% रोगियों ने शरीर के वजन का 25% (लगभग 26.3 किलोग्राम) से अधिक वजन कम किया।
2. SURPASS परीक्षण (टाइप-2 मधुमेह के लिए)
- प्रतिभागी: टाइप-2 मधुमेह वाले वयस्क।
- परिणाम:
- 5 मिलीग्राम खुराक: औसत A1C (दीर्घकालिक रक्त शर्करा स्तर) में 1.8% से 2.1% की कमी।
- 10 मिलीग्राम और 15 मिलीग्राम खुराक: औसत A1C में 1.7% से 2.4% की कमी।
भारत में मोटापे और मधुमेह की स्थिति
भारत में मोटापे और टाइप-2 मधुमेह की स्थिति चिंताजनक है:
- मधुमेह: लगभग 101 मिलियन लोग मधुमेह से पीड़ित हैं, जिनमें से 50% से अधिक का ग्लाइसेमिक नियंत्रण खराब है।
- मोटापा: 2023 तक, भारत में वयस्क मोटापे का प्रसार लगभग 6.5% था, जो लगभग 100 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है।
- स्वास्थ्य जटिलताएं: मोटापा 200 से अधिक स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा है, जिनमें उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया शामिल हैं।
कीमत और उपलब्धता
- 2.5 मिलीग्राम शीशी: 3,500 रुपये
- 5 मिलीग्राम शीशी: 4,375 रुपये
- मासिक खर्च: लगभग 14,000 रुपये (4 शॉट्स के लिए)।
- तुलना: ब्रिटेन जैसे देशों में, इसी दवा की मासिक लागत भारतीय मुद्रा में लगभग 23,000 से 25,000 रुपये है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
हालांकि मौनजारो ने नैदानिक परीक्षणों में प्रभावशाली परिणाम दिखाए हैं, लेकिन विशेषज्ञ इसके उपयोग में सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।
- यह दवा सख्त चिकित्सकीय निगरानी में ली जानी चाहिए। यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं है, खासकर गैर-मधुमेह रोगियों में वजन घटाने के लिए।”
- मतली, उल्टी, और पेट दर्द जैसे हल्के से मध्यम दुष्प्रभाव देखे गए हैं।
एली लिली की प्रतिबद्धता
एली लिली इंडिया के अध्यक्ष और महाप्रबंधक विंसलो टकर ने कहा, “मोटापे और टाइप-2 मधुमेह का दोहरा बोझ भारत में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है। हम सरकार और उद्योग के साथ मिलकर इन बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके प्रबंधन में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
मौनजारो का भारत में लॉन्च मोटापे और टाइप-2 मधुमेह के प्रबंधन में एक बड़ा कदम है। हालांकि, इसके उपयोग के लिए चिकित्सकीय सलाह और निगरानी आवश्यक है। यह दवा उन लाखों लोगों के लिए नई उम्मीद लेकर आई है जो मोटापे और मधुमेह से जूझ रहे हैं, लेकिन इसके दीर्घकालिक प्रभावों को समझने के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है। Weight loss tablets
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आज का राशिफल
मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।