पैरों का सुन्नपन दूर करने के 4 आसान योगासन: तुरंत राहत पाएं, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाएं
Yoga for Foot Numbness and Tingling | क्या आप लंबे समय तक एक ही जगह बैठने के बाद अपने पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी महसूस करते हैं? ऐसा लगता है जैसे पैर बेजान हो गए हों? यह एक आम समस्या है, जो ज्यादातर लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने से होती है, जब पैरों तक रक्त प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) ठीक से नहीं पहुंच पाता। यह न केवल असहजता पैदा करता है, बल्कि लंबे समय तक अनदेखा करने पर स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ा सकता है। लेकिन चिंता न करें! सर्टिफाइड योगा थेरेपिस्ट देव सोनी ने कुछ आसान और प्रभावी योगासन सुझाए हैं, जो पैरों के सुन्नपन को तुरंत दूर करने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इन योगासनों को नियमित करने से न केवल आपके पैर स्वस्थ रहेंगे, बल्कि आपका शरीर भी ऊर्जावान और लचीला बनेगा। आइए जानते हैं इन 4 पावरफुल योगासनों के बारे में और इन्हें करने का सही तरीका! Yoga for Foot Numbness and Tingling
1. उत्तानपादासन (लेग रेज पोज): पैरों में लाएं नई जान
उत्तानपादासन एक सरल और प्रभावी योगासन है, जो पैरों में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है, पाचन में सुधार करता है और शरीर को लचीला बनाता है। यह सुन्नपन को तुरंत कम करने में मदद करता है।
उत्तानपादासन कैसे करें?
- जमीन पर चटाई बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
- दोनों हाथों को शरीर के बगल में रखें, हथेलियां नीचे की ओर हों।
- गहरी सांस लेते हुए अपने दाएं पैर को धीरे-धीरे 45-60 डिग्री तक ऊपर उठाएं।
- पैर को सीधा रखने की कोशिश करें और घुटनों को मोड़ने से बचें।
- 10-15 सेकंड तक इस स्थिति में रुकें, फिर सांस छोड़ते हुए पैर को धीरे-धीरे नीचे लाएं।
- अब बाएं पैर के साथ यही प्रक्रिया दोहराएं।
- दोनों पैरों से 8-10 बार इस आसन को करें।
फायदे:
- पैरों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है।
- पेट और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
- कमर दर्द और सुन्नपन से राहत देता है।
#Uttanpadasana #LegNumbnessRelief
2. सेतुबंधासन (ब्रिज पोज): रीढ़ और पैरों को दें ताकत
सेतुबंधासन पीठ, कूल्हों और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करने के साथ-साथ ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। यह आसन पैरों के सुन्नपन को कम करने और शरीर को रिलैक्स करने में बेहद प्रभावी है।
सेतुबंधासन कैसे करें?
- चटाई पर पीठ के बल लेट जाएं।
- घुटनों को मोड़ें और पैरों को कूल्हों के पास जमीन पर रखें, पैरों के बीच कंधे जितनी दूरी हो।
- दोनों हाथों को शरीर के बगल में रखें, हथेलियां नीचे की ओर।
- गहरी सांस लेते हुए अपने कूल्हों को धीरे-धीरे जमीन से ऊपर उठाएं।
- कोशिश करें कि कूल्हे, जांघें और पीठ एक सीधी रेखा में हों, जैसे एक पुल बन रहा हो।
- गर्दन और कंधों को रिलैक्स रखें और 10-15 सेकंड तक इस स्थिति में रुकें।
- सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे कूल्हों को नीचे लाएं।
- इस आसन को 8-10 बार दोहराएं।
फायदे:
- पैरों और पीठ में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है।
- कमर दर्द और तनाव से राहत देता है।
- कोर मांसपेशियों को मजबूत करता है।
#Setubandhasana #HealthyBack
3. वज्रासन (थंडरबोल्ट पोज): खाने के बाद भी करें
वज्रासन एक अनूठा योगासन है, जिसे खाना खाने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। यह पाचन को बेहतर बनाने के साथ-साथ पैरों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे सुन्नपन की समस्या दूर होती है।
वज्रासन कैसे करें?
- चटाई पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
- कूल्हों को अपनी एड़ियों पर टिकाएं, एड़ियां बाहर की ओर और पैरों के अंगूठे एक-दूसरे को छूते हुए हों।
- दोनों हथेलियों को घुटनों पर रखें, हथेलियां ऊपर या नीचे की ओर हो सकती हैं।
- रीढ़ को सीधा रखें और सामने की ओर देखें।
- गहरी और सामान्य सांसें लें।
- इस मुद्रा में 5-7 मिनट तक बैठें।
फायदे:
- पैरों में सुन्नपन और झुनझुनी को कम करता है।
- पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
- ध्यान और मानसिक शांति को बढ़ाता है।
#Vajrasana #DigestionBoost
4. शशांकासन (रैबिट पोज): तनाव और सुन्नपन को करें दूर
शशांकासन, जिसे खरगोश मुद्रा भी कहते हैं, रीढ़ को लचीला बनाता है, तनाव कम करता है और पैरों में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है। इस आसन में शरीर खरगोश जैसी आकृति बनाता है, जो इसे मजेदार और प्रभावी बनाता है।
शशांकासन कैसे करें?
- वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
- गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं।
- सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें।
- अपने माथे को जमीन पर टिकाएं और दोनों हाथों को सामने की ओर सीधा फैलाएं।
- पीठ और कंधों को रिलैक्स रखें।
- गहरी सांसें लेते हुए इस मुद्रा में 5-7 मिनट तक रहें।
- धीरे-धीरे वापस वज्रासन में लौटें।
फायदे:
- पैरों में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है।
- रीढ़ को लचीला बनाता है और तनाव कम करता है।
- मानसिक शांति और एकाग्रता को बढ़ावा देता है।
#Shashankasana #StressRelief
इन योगासनों को नियमित करने के फायदे
इन चार योगासनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से न केवल पैरों का सुन्नपन दूर होगा, बल्कि आपका समग्र स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। ये आसन निम्नलिखित लाभ प्रदान करते हैं:
- ब्लड सर्कुलेशन में सुधार: पैरों, कूल्हों और रीढ़ में रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं।
- मांसपेशियों की मजबूती: पैरों और कोर की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं।
- तनाव में कमी: मानसिक शांति और रिलैक्सेशन को बढ़ावा देते हैं।
- लचीलापन बढ़ाएं: रीढ़ और जोड़ों को लचीला बनाते हैं।
- पाचन में सुधार: खासकर वज्रासन पाचन तंत्र को मजबूतकरता है।
टिप्स:
- इन आसनों को सुबह या शाम खाली पेट करें (वज्रासन को छोड़कर)।
- अगर आपको कोई पुरानी स्वास्थ्य समस्या है, तो योग शुरू करने से पहले डॉक्टर या योग विशेषज्ञ से सलाह लें।
- शुरुआत में आसनों को धीरे-धीरे करें और समय के साथ अवधि बढ़ाएं।
पैरों के सुन्नपन को रोकने के लिए अतिरिक्त उपाय
योगासनों के साथ-साथ ये छोटे उपाय भी पैरों के सुन्नपन को रोकने में मदद कर सकते हैं:
- बार-बार स्थिति बदलें: लंबे समय तक एक ही जगह बैठने से बचें। हर 30-40 मिनट में थोड़ा टहलें।
- पैरों की मालिश करें: नारियल या सरसों के तेल से हल्की मालिश ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है।
- हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त पानी पीने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है।
- सही बैठने की मुद्रा: कुर्सी पर बैठते समय रीढ़ को सीधा रखें और पैरों को जमीन पर सपाट रखें।
पैरों का सुन्नपन एक आम समस्या है, लेकिन इसे योग और सही जीवनशैली से आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। उत्तानपादासन, सेतुबंधासन, वज्रासन, और शशांकासन जैसे योगासन न केवल पैरों में रक्त प्रवाह को बेहतर करते हैं, बल्कि आपके शरीर और मन को भी स्वस्थ रखते हैं। इन्हें नियमितरूप से अपनीदिनचर्या में शामिल करें और सुन्नपन को अलविदा कहें! Yoga for Foot Numbness and Tingling
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।